Join WhatsApp
Join NowFixed Deposit: देश के सबसे बड़े सरकारी ऋणदाता, भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India – SBI), ने हाल ही में अपने लाखों जमाकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। बैंक ने 15 जून से प्रभावी, अपने बचत बैंक खातों (savings bank accounts) पर दी जाने वाली ब्याज दरों में 50 आधार अंकों (0.50%) तक की उल्लेखनीय कटौती कर दी है। इसके अतिरिक्त, 3 करोड़ रुपये से कम की फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposits – FDs) पर भी ब्याज दरों में 25 आधार अंकों (0.25%) की कमी की गई है। एसबीआई द्वारा ब्याज दरों में यह महत्वपूर्ण समायोजन भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India – RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट (Repo Rate) में की गई 50 आधार अंकों की कटौती के प्रत्यक्ष परिणाम के रूप में सामने आया है। जब आरबीआई रेपो रेट कम करता है, तो बैंकों के लिए फंड की लागत कम हो जाती है, जिसका असर वे अक्सर अपने ग्राहकों को मिलने वाले जमा और ऋण दरों में बदलाव करके डालते हैं।
बैंक जमाकर्ताओं, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों पर प्रभाव:
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की ओर से सेविंग्स बैंक अकाउंट (Savings Bank Account) और फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर ब्याज दरों में की गई इस नवीनतम कटौती का सीधा और व्यापक असर बैंक के करोड़ों जमाकर्ताओं (depositors) पर पड़ना तय है। यह कटौती विशेष रूप से उन वरिष्ठ नागरिकों (senior citizens) के लिए चिंता का विषय है, जो अपनी नियमित आय और वित्तीय जरूरतों के लिए काफी हद तक बैंकों में जमा अपनी जीवन भर की पूंजी से मिलने वाले ब्याज पर निर्भर (dependent on interest income) रहते हैं। कम ब्याज दरों का मतलब है उनकी मासिक या त्रैमासिक आय में कमी, जिससे उन्हें अपने खर्चों का प्रबंधन करने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे में, उन्हें अपनी निवेश रणनीतियों (investment strategies) पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है और संभवतः ऐसे अन्य सुरक्षित निवेश विकल्प (safe investment options) तलाशने पड़ सकते हैं जो बेहतर रिटर्न प्रदान कर सकें, हालांकि यह हमेशा आसान नहीं होता, खासकर जब जोखिम कम रखने की प्राथमिकता हो।
बचत बैंक जमा पर इतनी हुई नई ब्याज दर:
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने सभी प्रकार के बचत बैंक जमा (savings bank deposit) खातों पर दी जाने वाली ब्याज दर (interest rate) में एकरूपता लाते हुए महत्वपूर्ण बदलाव किया है।
- नई एकसमान दर: अब सभी बचत खाताधारकों को, उनके अकाउंट में चाहे कितनी भी राशि (Account Balance) क्यों न हो, 2.50% प्रति वर्ष की एक समान ब्याज दर मिलेगी।
- पुरानी दरें: पहले, एसबीआई का ब्याज दर स्लैब आधारित था। बैंक 10 करोड़ रुपये से कम के बैलेंस (balance less than ₹10 crore) वाले बचत खातों पर 2.70% प्रति वर्ष की दर से ब्याज दे रहा था। वहीं, 10 करोड़ रुपये या उससे अधिक के बैलेंस (balance of ₹10 crore or more) वाले खातों पर 3% प्रति वर्ष की आकर्षक दर लागू थी।
इस बदलाव से, विशेष रूप से अधिक बैलेंस रखने वाले बचत खाताधारकों को अब तुलनात्मक रूप से कम ब्याज मिलेगा। यह कदम छोटी बचत करने वालों और बड़े जमाकर्ताओं के लिए ब्याज दरों को एक समान धरातल पर लाता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर नई ब्याज दरें (₹3 करोड़ से कम जमा के लिए):
एसबीआई ने न केवल बचत खातों पर बल्कि अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) या जिसे रिटेल डोमेस्टिक टर्म डिपॉजिट (Retail Domestic Term Deposits) भी कहा जाता है, की ब्याज दरों में भी कटौती की है। यह कटौती विभिन्न अवधियों की एफडी पर लागू की गई है, और इसका असर सामान्य नागरिकों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों पर भी पड़ेगा।
आम जनता के लिए संशोधित FD दरें:
- 211 दिनों से लेकर एक साल से कम (211 days to less than 1 year) अवधि वाली जमाओं पर: ब्याज दर को 6.30% से घटाकर 6.05% प्रति वर्ष कर दिया गया है। (इसमें 0.25% की कटौती)
- एक साल से लेकर दो साल से कम (1 year to less than 2 years) अवधि में मैच्योर होने वाली जमाओं पर: संशोधित ब्याज दर अब 6.50% की तुलना में 6.25% प्रति वर्ष होगी। (इसमें 0.25% की कटौती)
- 2 साल से लेकर 3 साल से कम (2 years to less than 3 years) की FD पर: ब्याज दर को 6.70% से घटाकर 6.45% प्रति वर्ष कर दिया गया है। (इसमें 0.25% की कटौती)
- 3 साल से लेकर 5 साल से कम (3 years to less than 5 years) की FD के लिए: नई दर अब 6.30% प्रति वर्ष होगी।
- 5 साल से लेकर 10 साल तक (5 years to 10 years) की FD के लिए: नई दर अब 6.05% प्रति वर्ष होगी।
वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) के लिए संशोधित FD दरें:
वरिष्ठ नागरिकों को आमतौर पर आम जनता की तुलना में 0.50% का अतिरिक्त ब्याज मिलता है, और यह लाभ नई दरों में भी बरकरार रखा गया है, हालांकि समग्र दरें कम हो गई हैं।
- 211 दिनों से लेकर एक साल से कम (211 days to less than 1 year) अवधि वाली जमाओं पर: वरिष्ठ नागरिकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट की दर को 6.80% से संशोधित करके 6.55% प्रति वर्ष कर दिया गया है।
- एक साल से लेकर दो साल से कम (1 year to less than 2 years) अवधि में मैच्योर होने वाली जमाओं पर: वरिष्ठ नागरिकों को अब 7.00% की तुलना में 6.75% प्रति वर्ष की दर से ब्याज मिलेगा।
- 2 साल से लेकर 3 साल से कम (2 years to less than 3 years) की FD पर: वरिष्ठ नागरिकों को अब 7.20% के बजाय 6.95% प्रति वर्ष ब्याज मिलेगा।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए 3-5 साल से कम और 5-10 साल की एफडी पर भी सामान्य दरों से 0.50% अधिक ब्याज मिलता रहेगा, जो क्रमशः लगभग 6.80% और 6.55% होगा।
एसबीआई ब्याज दर में कटौती (SBI interest rate cut) का यह कदम जहां एक ओर ऋण लेने वालों के लिए भविष्य में सस्ते कर्ज (cheaper loans) की संभावना बना सकता है, वहीं दूसरी ओर बैंक जमाओं पर निर्भर रहने वाले बचतकर्ताओं (savers dependent on bank deposits) के लिए यह निश्चित रूप से एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है। विशेष रूप से, वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाएं (senior citizen savings schemes) और बैंक एफडी पर निर्भर रहने वाले लोगों को अपनी आय पर इसका सीधा प्रभाव देखने को मिलेगा। ऐसे समय में, अपनी वित्तीय योजना (financial planning) की समीक्षा करना और उपलब्ध विभिन्न निवेश साधनों (investment instruments) का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण हो जाता है। हमेशा नवीनतम जानकारी के लिए बैंक की आधिकारिक वेबसाइट देखें या अपनी शाखा से संपर्क करें।