RBI Guidelines : देश में इस समय नकली करेंसी (Fake Currency) का खतरा तेज़ी से बढ़ रहा है, और यह चिंता अब सीधे आपके बटुए और लेन-देन से जुड़ गई है। खासकर ₹500 और ₹200 के नोटों (₹500 and ₹200 Notes) को लेकर स्थिति ज़्यादा गंभीर है, क्योंकि यही वो नोट हैं जिनका इस्तेमाल आम जनता सबसे ज़्यादा करती है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI – Reserve Bank of India) की हालिया रिपोर्ट (RBI Report) ने इस खतरे को और भी गहराई से उजागर किया है, जिससे हर किसी को सतर्क रहने की सख्त ज़रूरत है।
RBI की रिपोर्ट (RBI Report) के आंकड़े परेशान करने वाले हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान (जिसका डेटा 2024-25 की रिपोर्ट में जारी हुआ है), ₹500 के नकली नोटों (Fake ₹500 Notes) की संख्या में 37.3 प्रतिशत (37.3% Increase) की भारी बढ़ोतरी देखी गई है, जबकि ₹200 के नोटों (Fake ₹200 Notes) में भी 13.9 प्रतिशत (13.9% Increase) की वृद्धि दर्ज की गई है। कुल मिलाकर, विभिन्न मूल्यवर्ग के 2,17,396 नकली नोट (Total Fake Notes Caught) पकड़े गए हैं। यह संख्या दिखाती है कि जाली नोटों (Counterfeit Currency) का जाल कितना फैला हुआ है।
किसने पकड़े ये नकली नोट?
दिलचस्प और थोड़ी चिंताजनक बात यह है कि पकड़े गए कुल नकली नोटों (Fake Notes) में से अधिकांश (लगभग 95.3%) भारतीय रिज़र्व बैंक के अलावा अन्य बैंकों (Other Banks), जिनमें मुख्य रूप से निजी बैंक (Private Banks) शामिल हैं, द्वारा पकड़े गए हैं। स्वयं आरबीआई (RBI) द्वारा केवल 4.7% की पहचान की गई। यह इस बात का प्रमाण है कि नकली नोटों का सामना सबसे ज़्यादा सीधे जनता और उन बैंकों को करना पड़ रहा है जहाँ लेन-देन की मात्रा ज़्यादा होती है। हालांकि, कुल पकड़े गए नकली नोटों (Fake Notes) की संख्या 2022-23 (2,25,769) की तुलना में 2023-24 (2,17,396) में थोड़ी कम हुई है, लेकिन ₹500 और ₹200 (₹500 and ₹200 Notes) जैसे महत्वपूर्ण नोटों में वृद्धि चिंता का विषय बनी हुई है। यह स्थिति हर नागरिक (Citizen) के लिए जागरूक (Awareness) और सतर्क (Alert) रहने की आवश्यकता पर ज़ोर देती है।
₹500 के असली नोट की पहचान कैसे करें? (How to Identify Real ₹500 Note)
अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए, यह जानना बेहद ज़रूरी है कि असली नोट (Real Note) को नकली नोट (Fake Note) से कैसे अलग किया जाए। ₹500 के असली नोट (Authentic ₹500 Note) में कई सुरक्षा फीचर्स (Security Features) होते हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए:
- रंग और आकार (Color and Size): असली नोट महात्मा गांधी (नई) सीरीज़ (Mahatma Gandhi New Series) का होता है और इसका रंग स्टोन ग्रे (Stone Grey) होता है। इसका मानक आकार 66 मिमी x 150 मिमी होता है।
- देवनागरी अंक (Devnagari Numeral): नोट पर देवनागरी में ‘५००’ लिखा होता है।
- महात्मा गांधी की तस्वीर (Mahatma Gandhi’s Picture): नोट के केंद्र में महात्मा गांधी की तस्वीर होती है।
- माइक्रो टेक्स्ट (Micro Text): महात्मा गांधी की तस्वीर के पास और सिक्योरिटी थ्रेड पर बहुत छोटे अक्षरों में ‘भारत’ और ‘India’ लिखा होता है।
- कलर शिफ्टिंग सिक्योरिटी थ्रेड (Colour Shifting Security Thread): नोट के बीच में एक धागा होता है। जब आप नोट को सीधा देखते हैं तो यह हरे रंग का दिखता है, लेकिन जैसे ही आप इसे थोड़ा झुकाते हैं, इसका रंग हरे से बदलकर नीला (Green to Blue Shift) हो जाता है। यह सबसे महत्वपूर्ण पहचान चिह्नों में से एक है।
- वॉटरमार्क (Watermark): नोट को रोशनी में देखने पर आपको महात्मा गांधी की तस्वीर और ‘500’ का वॉटरमार्क दिखाई देगा।
- उभरी छपाई (Intaglio Printing): महात्मा गांधी की तस्वीर, अशोक स्तंभ प्रतीक (Ashoka Pillar Symbol), और मूल्यवर्ग अंक (500) उभरी हुई छपाई में होते हैं। दृष्टिहीनों (Visually Impaired) के लिए यह पहचान आसान बनाती है।
- ब्लीड लाइनें (Bleed Lines): नोट के किनारे पर पांच उभरी हुई लाइनें होती हैं।
- पिछला भाग (Reverse Side): नोट के पीछे लाल किले (Red Fort) की तस्वीर और स्वच्छ भारत लोगो (Swachh Bharat Logo) होता है।
₹200 के असली नोट की पहचान कैसे करें? (How to Identify Real ₹200 Note)
₹200 का नोट (₹200 Note) भी कई सुरक्षा विशेषताओं (Security Features) से लैस होता है:
- रंग और आकार (Color and Size): यह नोट ब्राइट येलो (Bright Yellow) रंग का होता है और इसका आकार 66 मिमी x 146 मिमी होता है।
- सुरक्षा फीचर्स की संख्या (Number of Security Features): इसमें कुल 17 सुरक्षा फीचर्स (17 Security Features) शामिल होते हैं।
- देवनागरी अंक (Devnagari Numeral): नोट पर देवनागरी में ‘२००’ लिखा होता है।
- महात्मा गांधी की तस्वीर (Mahatma Gandhi’s Picture): केंद्र में महात्मा गांधी की तस्वीर होती है।
- रंग बदलता मूल्यवर्ग चिन्ह (Colour Shifting Value Denomination): ₹200 के अंक वाला गोलाकार पैच झुकाने पर हरे से नीला हो जाता है, जैसे ₹500 के नोट में होता है।
- माइक्रो टेक्स्ट (Micro Text): ‘RBI’, ‘भारत’, ‘India’ और ‘200’ का माइक्रो टेक्स्ट होता है।
- सिक्योरिटी थ्रेड (Security Thread): इसमें भी रंग बदलने वाला सुरक्षा धागा होता है।
- दृष्टिहीनों के लिए चिन्ह (Marks for Visually Impaired): महात्मा गांधी की तस्वीर के दाहिनी ओर और नोट के किनारे पर उभरे हुए समानांतर आयत (Rectangles) होते हैं।
- पिछला भाग (Reverse Side): नोट के पीछे ऐतिहासिक सांची स्तूप (Sanchi Stupa) की तस्वीर और स्वच्छ भारत लोगो (Swachh Bharat Logo) छपा होता है।
ऐसे रहें अलर्ट और सुरक्षित (How to Stay Alert)
नकली नोटों (Fake Notes) के इस बढ़ते खतरे के बीच सतर्कता (Vigilance) ही आपका सबसे बड़ा हथियार है। जब भी आपको ₹500 या ₹200 का नोट मिले, विशेष रूप से जब आप इसे किसी अपरिचित व्यक्ति या स्थान से प्राप्त करें, तो उसे जल्दबाजी में जेब में न डालें। कुछ पल निकालकर उसे अच्छी रोशनी (Good Lighting) में ध्यान से देखें और ऊपर बताई गई प्रमुख सुरक्षा विशेषताओं (Security Features) की जांच करें। खासकर कलर शिफ्टिंग थ्रेड, वॉटरमार्क और उभरी हुई छपाई को महसूस करने की कोशिश करें।
अगर आपको किसी नोट पर संदेह (Suspicion) होता है कि वह नकली (Fake) हो सकता है, तो उसे चलाने या किसी और को देने की गलती बिल्कुल न करें। जाली नोट (Counterfeit Note) चलाना भारत में एक गंभीर और दंडनीय अपराध (Punishable Offence) है। अगर आपको यकीन है कि नोट नकली है, तो तत्काल उस नोट को लेकर नज़दीकी बैंक शाखा (Bank Branch) में जाएं और उन्हें सूचित करें। आप स्थानीय पुलिस स्टेशन (Police Station) में भी इसकी सूचना दे सकते हैं।
याद रखें, नकली मुद्रा (Fake Currency) न केवल आपको आर्थिक नुकसान (Financial Loss) पहुँचाती है, बल्कि यह देश की आर्थिक स्थिरता (Economic Stability) और सुरक्षा (Security) के लिए भी एक गंभीर खतरा है। हर नागरिक की सतर्कता (Alertness) और जागरूकता (Awareness) इस खतरे से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसलिए, अपने और अपने देश के पैसे की सुरक्षा के लिए हर लेन-देन में सावधानी (Caution) बरतें।