Khan Sir Success Story: पटना के मशहूर शिक्षक खान सर (Khan Sir Patna) आज सिर्फ छात्रों के बीच ही नहीं, बल्कि आईएएस-आईपीएस (IAS IPS) अधिकारियों तक में बेहद लोकप्रिय हैं, जो उनके पढ़ाने के तरीके और सादगी के कायल हैं। उनकी सादगी और पढ़ाने का अनोखा तरीका लाखों युवाओं को प्रेरित करता है। हाल ही में उनकी शादी (Khan Sir Marriage News) की खबर इंटरनेट पर काफी वायरल हुई, जिसके बाद लोग उनके जीवन और संघर्ष के बारे में और जानना चाहते हैं। तो आइए, विस्तार से जानते हैं कि एक औसत छात्र कैसे बन गया ‘कोचिंग किंग’ और उनका यह अद्भुत सफर कैसे शुरू हुआ।
कोचिंग जगत (Coaching Industry) में खान सर (Khan Sir) की एक अलग ही पहचान है। उनका जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। खान सर के पिता भारतीय सेना (Indian Army) में थे और उनके बड़े भाई भी सेना में ही हैं। खान सर का भी बचपन से ही सेना में जाने का सपना था, लेकिन मेडिकल टेस्ट (Medical Test) में हाथों के सीधे न होने (Not being declared fit due to hands) के कारण उन्हें अयोग्य (Disqualified from Army) घोषित कर दिया गया था। यह उनके लिए एक बड़ा झटका था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। हाल ही में खान सर की शादी की खबर इंटरनेट पर आग की तरह फैली है, जिसने एक बार फिर लोगों का ध्यान उनकी ओर खींचा है। आइए जानते हैं खान सर का पूरा सफर।
पटना के मशहूर शिक्षक खान सर (Famous Teacher Khan Sir) आज लाखों छात्रों (Millions of Students) के लिए प्रेरणा बन चुके हैं, लेकिन उनका यहां तक पहुंचने का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। एक वक्त ऐसा भी था जब उनके पास अच्छी पेंसिल खरीदने तक के लिए पैसे (Financial Struggle) नहीं होते थे। खुद एक इंटरव्यू (Khan Sir Interview) में उन्होंने बताया कि वो पढ़ाई में औसत छात्र (Average Student) थे और उन्होंने इंजीनियरिंग (Engineering), एनडीए (NDA) और भारतीय सेना की भर्ती परीक्षा (Army Recruitment Exam) जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) में हिस्सा लिया, लेकिन हर बार उन्हें असफलता (Failure) का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
कई बार फेल होने के बाद भी उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। जहां कई लोग असफलता के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं, वहीं खान सर ने खुद को और बेहतर बनाने का फैसला किया। उन्होंने बीएससी (BSc) करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University) से विज्ञान में एमएससी (MSc in Science) और भूगोल (Geography) में एमए (MA in Geography / Post Graduation) की डिग्री भी हासिल की।
उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले (Deoria, Uttar Pradesh) के परमार मिशन स्कूल से की। आठवीं कक्षा पूरी करने के बाद उनका सपना था कि वो भारतीय सेना में शामिल हों, लेकिन सैनिक स्कूल (Sainik School) की प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) में उन्हें सफलता नहीं मिली।
कितने पढ़े लिखे हैं खान सर?
सैनिक स्कूल में असफल होने के बाद उन्होंने पॉलिटेक्निक परीक्षा (Polytechnic Exam) की तैयारी की, लेकिन इसमें भी उन्हें उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली। फिर भी उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। उन्होंने 10वीं की पढ़ाई एक अंग्रेजी मीडियम स्कूल (English Medium School) से और 12वीं कक्षा एक हिंदी मीडियम स्कूल (Hindi Medium School) से पूरी की, जो उनकी भाषा पर पकड़ का शुरुआती संकेत था।
खान सर ने साइंस स्ट्रीम से ग्रेजुएशन (Graduation in Science) किया और फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation in Science) की डिग्री हासिल की। इसके अलावा उनके पास भूगोल (Geography) में भी स्नातकोत्तर (Post Graduation) की डिग्री है।
एक बच्चे से हुई थी शुरुआत
खान सर ने अपने टीचिंग करियर (Teaching Career) की शुरुआत सिर्फ एक बच्चे को ट्यूशन (Tuition) पढ़ाने से की थी। वो बच्चा अपनी कक्षा में टॉप (Student Topped) कर गया, जिससे खान सर को और बच्चों को पढ़ाने की प्रेरणा मिली। धीरे-धीरे उनका पढ़ाने का अनोखा और आसान तरीका छात्रों को बहुत पसंद आने लगा और आज वो लाखों बच्चों को पढ़ा रहे हैं, जिनमें कई आईएएस-आईपीएस बनने का सपना देख रहे हैं।
कोचिंग पर हुआ था बम से हमला
शुरुआत में उनके पास अपनी कोचिंग (Khan Sir Coaching) खोलने के लिए पर्याप्त पैसे (Funds for Coaching) नहीं थे, तब उनके दोस्तों (Friends Help) ने उनकी मदद की। लेकिन जब उनकी कोचिंग लोकप्रिय होने लगी और छात्र बड़ी संख्या में उनसे जुड़ने लगे, तो कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आया और उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी कोचिंग पर बम से हमला (Bomb Attack on Coaching) भी हुआ था, लेकिन खान सर ने हार नहीं मानी और निडर होकर अपना काम जारी रखा।
कोरोना काल में बढ़ी लोकप्रियता
कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौरान जब देश भर की सभी कोचिंग्स (Coaching Classes Closed) बंद हो गईं, तब खान सर ने ऑनलाइन पढ़ाना (Khan Sir Online Classes) शुरू किया। यूट्यूब (Khan Sir YouTube) और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उनके पढ़ाने का तरीका इतना पसंद आया कि उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी और देशभर के लाखों छात्र उनसे जुड़ते चले गए। उन्होंने इस मुश्किल समय में भी छात्रों की पढ़ाई नहीं रुकने दी और शिक्षा को उन तक पहुंचाते रहे।