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शरद पूर्णिमा कैसे मनाएं, जानिए धार्मिक महत्व 

डेस्क। शरद पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो आश्विन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान कृष्ण की लीलाओं के साथ जुड़ा हुआ है और इसका महत्व निम्नलिखित है,

1. भगवान कृष्ण की रासलीला: शरद पूर्णिमा के दिन भगवान कृष्ण ने गोपियों के साथ रासलीला की थी, जो प्रेम और भक्ति का प्रतीक है।

2. चंद्रमा की पूजा: शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा की जाती है, जो आशा और उमंग का प्रतीक है।

3. शरद ऋतु की शुरुआत: शरद पूर्णिमा शरद ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है, जो नई ऊर्जा और जीवन की शुरुआत का समय है।

4. पितृ तर्पण: शरद पूर्णिमा के दिन पितृ तर्पण किया जाता है, जो पूर्वजों की आत्मा को शांति प्रदान करता है।

5. आध्यात्मिक ज्ञान: शरद पूर्णिमा आध्यात्मिक ज्ञान और आत्मसाक्षात्कार का अवसर प्रदान करता है।

6. भगवान कृष्ण की आराधना: शरद पूर्णिमा भगवान कृष्ण की आराधना का विशेष दिन है, जो भक्तों को उनके प्रति प्रेम और समर्पण का अवसर प्रदान करता है।

शरद पूर्णिमा का महत्व हिंदू धर्म में विशेष है, और इसका उत्सव भगवान कृष्ण की लीलाओं के साथ जुड़ा हुआ है।

शरद पूर्णिमा के दिन शुभ कार्य

1. भगवान कृष्ण की पूजा: शरद पूर्णिमा के दिन भगवान कृष्ण की पूजा करें और उन्हें श्वेत भोग चढ़ाएं.

2. दान: शरद पूर्णिमा के दिन दान करना शुभ माना जाता है, खासकर गरीबों और जरूरतमंदों को.

3. जप और ध्यान: शरद पूर्णिमा के दिन जप और ध्यान करना शुभ माना जाता है, जिससे आपको आध्यात्मिक लाभ मिलता है.

4. पितृ तर्पण: शरद पूर्णिमा के दिन पितृ तर्पण करना शुभ माना जाता है, जिससे आपके पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है.

5. स्नान और शुद्धि: शरद पूर्णिमा के दिन स्नान और शुद्धि करना शुभ माना जाता है, जिससे आपका शरीर और मन शुद्ध होता है.

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6. चंद्रमा को अर्घ्य: शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है, जिससे आपको शुभ फल मिलते हैं.

7. रासलीला की कथा: शरद पूर्णिमा के दिन रासलीला की कथा सुनना शुभ माना जाता है, जिससे आपको भगवान कृष्ण की लीलाओं को समझने में मदद मिलती है.

8. भजन और कीर्तन: शरद पूर्णिमा के दिन भजन और कीर्तन करना शुभ माना जाता है, जिससे आपको आध्यात्मिक लाभ मिलता है.

9. यज्ञ और हवन: शरद पूर्णिमा के दिन यज्ञ और हवन करना शुभ माना जाता है, जिससे आपको शुभ फल मिलते हैं.

10. शुभ मुहूर्त में कार्य: शरद पूर्णिमा के दिन शुभ मुहूर्त में कार्य करना शुभ माना जाता है, जिससे आपको

शुभ फल मिलते हैं।