विदेश– वैसे तो नेपाल के साथ हमारे मैत्रीपूर्ण सम्बंध है। लेकिन अभी हाल ही में नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत के संदर्भ में एक ऐसा बयान दिया है जो विवाद का कारण बन सकता है। उनके इस बयान का प्रभाव कही न कही भारत और नेपाल के रिश्ते पर भी देखने को मिल सकता है।
पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा है कि यदि होने वाले चुनाव में नेपाल की जनता ने उनका समर्थन किया। उनकी सरकार बनी। तो वह पुनः उन इलाकों पर अपना दावा बोलेंगे जो नेपाल के है लेकिन भारत उन्हें अपना बताता है।
उन्होंने अपने सम्बोधन के दौरान कहा, वह कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को वापस लाएंगे। बता दें उनका यह बयान कही न कही पाकिस्तान के रवैया सा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह नेपाल को विकास की दिशा नही अपितु युद्ध की आग में झोंकने की योजना बना रहे हैं। वह भी भारत के साथ अपने सम्बंध खराब करने चाहते हैं।