देश– वाणिज्य मंत्रालय ने कल।रात अचानक से चावल के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया। इस संदर्भ में खाद्यय एवं आपूर्ति मंत्रालय के सचिव ने कहा है कि टूटे चावल की मांग बढ़ गई है। मांग बढ़ने से इसके दामो में उछाल आया है और सरकार ने इजाफा को देखते हुए निर्यात पर रोक लगा दी है।
कहा गया है कि मेज राइस के आंकड़ों में भी इजाफा हुआ है. इस मेज राइस का भाव जनवरी 2021 में 19 रुपए प्रति किलो था जो अब 24 रुपए प्रति किलो तक जा पहुंचा है। धान की एमएसपी जो 3041 रुपए थी वह अब 3291 रुपए तक जा पहुंची है। इस बढ़ोतरी का सीधा प्रभाव ब्रोकन राइस के दामो में देखने को मिल रहा है। इस समय 16 रुपये में मिलने वाला टूटा चावल 22 रुपये में मिल रहा है।
अगर हम ब्रोकन राइस के बाजार पर गौर करे तो 2019 के चार महीनों के मुकाबले 38.09 लाख मिट्रिक टन था जबकि 2022 में ये 93.56 लाख मिट्रिक टन तक पहुंच गया है. इसी तरह विदेशों को जाने वाले चावल के निर्यात में भी बढ़ोत्तरी हुई है जो 2019 में 95 लाख मीट्रिक टन था वो आज 123 लाख मिट्रिक टन पहुंच चुका है।