देश– भारत एक ऐसा देश जिसके उसके ज्यादातर पड़ोसी देशों के साथ तनावपूर्ण सम्बंध है। अगर हम बात पाकिस्तान और चीन की करे तो यह भारत को अपना कट्टर दुश्मन मानते है और कोई भी मौका ऐसा नही छोड़ते है जिससे भारत को नुकसान हो।
लेकिन इन सबके बीच भारत के बांग्लादेश के साथ मैत्रीपूर्ण सम्बंध काफी चर्चा का विषय है। विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं पड़ोसी देशों के साथ विवाद के बाद बांग्लादेश के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण सम्बंध एक बड़ी राहत साबित हो सकते हैं।
वही भारत और बांग्लादेश के रिश्ते की मजबूती पर मुहर तब लग गई जब अभी हाल ही में बांग्लादेश की मुख्यमंत्री शेख हसीना भारत दौरे पर आई। शेख हसीना और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साल 2015 से अब तक 12 बार मुलाकात हो चुकी है।
शेख हसीना भारत के साथ बांग्लादेश के रिश्ते की कई बार तारीफ कर चुकी है। शेख हसीना का कहना है कि भारत बांग्लादेश का सच्चा मित्र हैं। भारत ने हमेशा मित्रता निभाई है और हमारे कठिन वक्त में हमारा साथ दिया है।
वही बीते मंगलवार को भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्रियों के मध्य द्विपक्षीय सम्वाद हुआ और प्रधानमंत्री की अगुवाई में सात सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर हुए. इनमें जल संसाधन, रेलवे, विज्ञान और तकनीक तथा अंतरिक्ष तकनीक से जुड़े विषय शामिल हैं। बांग्लादेश और भारत के मध्य कुशियारा नदी जल बँटवारे पर समझौता हुआ। इसे प्रधानमंत्री ने काफी फायदेमंद बताया है।
दोनो देशो के मध्य सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस समझौते से भारत बांग्लादेश को एनर्जी देगा। भारत बांग्लादेश की आर्थिक मदद कर रहा है। शेख हसीना ने दावा किया है कि भारत ने हमेशा संकट के दौर में उनका साथ दिया है और जब भी बांग्लादेश को मदद की आवश्यकता हुई सबसे पहले हमारे लिये मदद का हाथ भारत ने बढाया।
आज सिर्फ बांग्लादेश ही भारत पर निर्भर नहीं है। बल्कि भारत के लिये भी अब बांग्लादेश के साथ मैत्रीपूर्ण सम्बंध स्थापित करना आवश्यक हो गया है। क्योंकि अब एशिया के मौजूदा सामरिक हालात और चीन, पाकिस्तान जैसे पड़ोसियों के साथ भारत का तनाव बढ़ता जा रहा है ऐसे में बांग्लादेश का भारत के पक्ष में होना आवश्यक है।