विदेश– ईरान में बीते कई दिनों से सरकार विरोधी प्रदर्शन चल रहा है। महिलाएं और छात्राएं मिलकर ईरान की सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरी है।
महिलाएं कह रही है औरत जिंदगी और आजादी। ईरानी महिलाओं का दावा है कि वह अब खुद को हिजाब की बेड़ियों में ओर नही देख सकती है।
वह न सिर्फ सरकार का विरोध कर रही है अपितु हिजाब जला रही है। उसे हवा में उड़ा रही। ईरानी महिलाओं के इस रुख से स्पष्ट है कि अब महिलाएं खुद को हिजाब में नही देखना चाहती है।
जाने कैसे शुरू हुआ विवाद-
ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन 22 वर्षीय कुर्द युवती महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुआ। ईरानी महिलाओं का कहना है कि उन्होंने हिजाब ठीक से नही पहना था। तो उन्हें जेल में डाल दिया गया। जेल में उनकी मौत हो गई।
22 वर्षीय कुर्द युवती महसा अमीनी के घर वालो का कहना है कि पुलिस हिरासत में उन्हें प्रताड़ित किया गया। जिस कारण उनकी मौत हुई है। लेकिन पुलिस और सरकार का कहना है यह आरोप बेबुनियादी है तो। इनका कोई औचित्य नही। उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।
हालाकि महिलाओं ने ईरान में 22 वर्षीय कुर्द युवती महसा अमीनी की मौत के बाद धर्म गुरुओं और ईरान की सरकार में खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया है। वही सोशल मीडिया पर ईरान की महिलाओं को खूब समर्थन मिल रहा है।
सोशल मीडिया पर मिल रहा समर्थन न सिर्फ ईरानी महिलाओ के हौसले बुलंद कर रहा है। बल्कि उन्हें जागरूक भी कर रहा है। कि यह हिजाब एक तरह की बंदिश है।
हालाकि ईरान सरकार चुप्पी साधे हुए हैं। ईरान सरकार का कहना है कि यह कोई बड़ा विरोध नही है। छोटा मोटा विरोध है। इसे कुचल दिया जाएगा।
हालाकि सोशल मीडिया ईरानी महिलाओ के प्रदर्शन में जान डाल रही है। लोगो को अन्य देशो का समर्थन प्राप्त हो रहा है। जो उन्हें यह बता रहा है कि उन्होंने गलत और हक के खिलाफ आवाज उठाई है।