डेस्क। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में 43,000 फ्रेशर्स को हायर किया था वहीं वित्त वर्ष 2022 के लिए, यह संख्या बढ़कर 1 लाख से भी ज्यादा हो गई थी।
इसी कड़ी में वित्त वर्ष 2023 के लिए कंपनी ने 40,000 हायरिंग के लक्ष्य की घोषणा भी की है। बता दें दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर 2022 के दौरान आईटी कंपनी ने 9,840 लोगों को हायर किया था और लगभग 20,000 फ्रेशर्स की भर्ती भी की थी। वहीं चालू वित्त वर्ष में कंपनी की 45,000 से 47,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना है, जिसमें से अब तक उसने 35,000 को काम दिया है।
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने अपने कर्मचारियों के लिए काफी बड़ी घोषणा की है। कंपनी ने यह कहा कि 70 फीसदी कर्मचारियों को 100 फीसदी वेरिएबल पे दिया जाएगा। वहीं चीफ ह्यूमन रिसोर्स मानव मिलिंद लक्कड़ ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी की वित्तीय स्थिति की घोषणा करने के बाद कहा है कि बाकी के 30 फीसदी कर्मचारियों को उनकी बिजनेस यूनिट के प्रदर्शन के आधार पर भुगतान होगा।
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने सोमवार को यह भी कहा है कि ‘मूनलाइटिंग’ एक नैतिक मुद्दा है और यह कंपनी के मूल मूल्यों के बिलकुल खिलाफ है। इसके साथ ही टीसीएस ने कहा कि उसने अपने किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है फिलहाल कंपनी में 6.16 लाख से भी ज्यादा लोग काम करते हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि जब कोई कर्मचारी अपनी नौकरी के अलावा स्वतंत्र रूप से कोई दूसरा काम करता है, तो उसे तकनीकी तौर पर ‘मूनलाइटिंग’ (Moonlighting) कहा जाता है। वहीं मुंबई स्थित आईटी कंपनी ने पिछले महीने अपने कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम तीन दिन ऑफिस से काम करने के लिए भी कहा था। कंपनी ने सोमवार को यह कहा कि उसके 6,16,171 कर्मचारियों का एक तिहाई हफ्ते में दो बार ऑफिस आता है।
जानकारी के लिए बता दें कि टीसीएस की प्रतिद्वंदी विप्रो (Wipro) ने अनुशासत्मक कार्रवाई के रूप में 300 से भी ज्यादा कर्मचारियों को बर्खास्त करने की घोषणा की थी।