देश– भारत मे आज भी महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर इतनी जागरूकता नही है। सरकार की ओर से कई सुविधाएं दी जाती है लेकिन जागरूकता के अभाव के कारण महिलाएं उन सुविधाओं का लाभ नही उठती। आज भी भारत में महिलाओं की मृत्यु दर कम नही हुई है। वही अगर हम बात सवाईकल कैंसर की करे तो इससे भारत मे सबसे अधिक महिलाओं की मौत हो रही है।
हालाकि इस बीमारी का इलाज अब भारत के पास है। भारत को इसकी स्वदेशी वैक्सीन मिल गई है। इस वैक्सीन का नाम है क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपीलोमा वायरस वैक्सीन है। इस वैक्सीन का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट और भारत सरकार की बायोटेक्नोलॉजी ने मिलकर किया है। अभी यह वैक्सीन मार्केट में नही मिल रही है। लेकिन दावा किया जा रहा है कि जल्द ही इससे मार्केट में बिक्री हेतु उतारा जाएगा।
अगर हम वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट पर गौर करे तो भारत मे प्रत्येक वर्ष 1.23 लाख मामले सवाईकल कैंसर के आते हैं। इस बीमारी के कारण भारत की 67 हजार महिलाएं हर साल मौत के घाट उतर जाती है। भारत दुनिया में सवाईकल कैंसर के आने वाले मामलों की लिस्ट में पांचवे स्थान पर है। भारत मे महिलाओं में होने वाला यह दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है जो वास्तव में चिंता का विषय है।
अमेरिका के रिसर्चर कहते हैं कि 26 से 65 साल की जो महिलाएं होती है। उनमें इस कैंसर के होने की सम्भावनाये अधिक होती है। महिलाओं को 3 से 5 साल में सवाईकल कैंसर की जांच करवानी चाहिए।