लाइफ – मनुष्य को लेकर कहा जाता है की यह एक भावनात्मक प्राणी है। यह चीजों को प्रयोगात्मक तरीके से नहीं भावनात्मक तरीके से देखता है और कही न कही यह सही भी है। हम अपनी जिंदगी को कितना भी प्रयोगात्मक तरीके से जीने का प्रयास करें लेकिन हम किसी न किसी से भावनात्मक रूप से जुड़ ही जाते है। वही अगर बात प्रेम की हो तो इसमें भावनात्मक जुड़ाव होना आसान बात है। यह भावनात्मक जुड़ाव हमारे जीवन पर कई बार नकारात्मक प्रभाव भी डालता है और जब यह जुड़ाव हमारी आदत बन जाता है तो उस व्यक्ति से दूरी बनाने में हमारी हालत एक मृत व्यक्ति सी हो जाती है।
आज के समय में अगर आप कपल्स को देखेंगे तो आपको यह भावनात्मक जुड़ाव आसानी से देखने को मिल जाएगा। वैसे तो भावनात्मक जुड़ाव रिश्ते को मजबूती देता है। लेकिन अगर आपसे वह व्यक्ति दूर हो जाए जिससे आप भावनात्मक रूप से जुड़े हुए होते है। तो यह आपके लिए नासूर बन जाता है और आप भावनात्मक जुड़ाव के दलदल में ऐसा धसते चले जाते है की आपकी लाइफ बर्बाद हो जाती है. वही आज हम बताने जा रहे है भावनात्मक जुड़ाव यानी इमोशनल अट्रेक्शन से बचने के तरीके।
इमोशनल अट्रेक्शन से बचने के उपाय –
मोटीवेशन –
अगर आप किसी से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए है और वह व्यक्ति आपकी आदत बनता जा रहा है। आपको उससे बिना बात किये तसल्ल्ली नहीं मिल रही है। तो आप खुद को मोटीवेट करने की आदत अपने अंदर विकसित करे. क्योंकि अगर आप खुद को मोटीवेट नहीं करेंगे और इसी तरह से दूसरे व्यक्ति के लिए अपना समय बर्बाद करते रहेंगे तो यह आपके जीवन को बर्बाद कर देगा।
परिवार और अपनों से जुड़ाव-
कई बार आप सिर्फ एक व्यक्ति से जुड़े रहते है। आपका एक व्यक्ति से अधिक जुड़ाव इमोशनल अट्रेक्शन में तब्दील हो जाता है और बाद में यह हमे काफी तकलीफ देता है। आप अपने जीवन को किसी एक व्यक्ति तक सीमित न रखे। अपने व्यवहार को सामजिक बनाये और सभी से जुड़कर रहे। क्योंकि जब आप सभी से जुड़कर रहते है और एक व्यक्ति को अपना पूरा वक्त नहीं देते है तब आप इमोशनल अट्रेक्शन से बच जाते है और आपका जीवन बेहतरीन रहता है।
खुद को रखे व्यस्त-
अगर आप पुरे दिन खाली रहते है तो आपका ज्यादातर समय एक व्यक्ति के साथ ही गुजरता है और कुछ समय के बाद वह व्यक्ति आपकी आदत बन जाता है। अपने आप को व्यस्त रखे और लिमिट से अधिक किसी को भी समय न दें। यदि आप सभी को सीमित समय देते है तो आप भावनात्मक जुड़ाव से बच जाते है और आपके रिश्ते आपके लिए नासूर नहीं बनते है।