23.05.2002(18:31)
हापुड़ (उत्तर प्रदेश)
मामला जनपद हापुड़ के नई शिवपुरी का हैं जहा पर एक परिवार के लोगों ने गली के कुत्ते को मारने की मंशा से अपने पालतू कुत्ते को गली के कुत्ते पर छोड़ दिया और जब इस से कुत्ते की जान नहीं गई तो उस पर लोहे की जंजीर से वार किया व रस्सी से उसका गला घोटने लगे जिस से गली का कुत्ता अध मरा हो ही गया था इस बिच उन्ही के पड़ोसी मयंक गौड व उनकी माता जी वहा से गुजर रही थीं तो उन्होंने इसका विरोध किया जो की आरोपी परिवार को नागुजार गुजरी और उन्होने मयंक गौड की माता जी को अपशब्द कहे और मयंक गौड को मोंटी नामक व्यक्ति ने थप्पड़ जड़ दिया जिसके बाद मयंक गौड ने इसकी सूचना पुलिस को दी परंतु मोंटी का भाई हर्ष अपने आप को पत्रकार बताता है उसने सहायक निरीक्षक जीतेंद्र कुमार जी व पुलिस की बात तत्कालिन कप्तान सी ओ एस एन वैभव पांडे जी से कराई जिससे पुलिस ने बात वही दबा दी। उपरोक्त में आरोपी का नाम मोंटी अग्रवाल, हर्ष अग्रवाल, प्रिंस अग्रवाल व पिता संजय अग्रवाल (डिब्बे वाला) हैं। अब मुद्दा यह है कि पशु क्रूरता कहा तक सही है, अगर सही नहीं है तो कोई व्यक्ति पशु क्रूरता के खिलाफ़ आवाज़ उठाता है तो व पीटने के योग्य है तथा प्रशासन भी उसका साथ नहीं देगा तो कल को पशु क्रूरता के खिलाफ़ कौन आवाज़ उठाएगा।