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डेस्क। ताजमहल, भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर, एक बार फिर से सुर्खियों में है, लेकिन इस बार इसकी सुंदरता और संरक्षण को लेकर चिंता बढ़ गई है। ताजमहल के मुख्य गुंबद पर पेड़ उगने की तस्वीरें सामने आई हैं, जिससे इस ऐतिहासिक इमारत के संरक्षण और रखरखाव को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।

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लापरवाही का मामला

ताजमहल की दीवारों पर पेड़ उगने का मामला तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है, जो न केवल ताजमहल की सौंदर्यात्मक महत्ता को खतरे में डाल रहा है, बल्कि संरक्षण और रखरखाव के प्रति विभाग की लापरवाही को भी उजागर करता है। गुंबद पर पेड़ उगने से न केवल स्मारक की संरचना पर असर पड़ सकता है, बल्कि इससे ताजमहल की सौंदर्यता भी काफी प्रभावित होती है।

स्थानीय लोगों की चिंता

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं नियमित निगरानी और उचित रखरखाव की कमी को भी दर्शाती हैं। विशेषज्ञों और इतिहासकारों ने भी भारतीय पुरातत्व विभाग की आलोचना की है और इसे ताजमहल जैसे ऐतिहासिक स्मारक के लिए एक गंभीर खतरा बताया है।

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का कहना है कि ताजमहल का उचित संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण और सुधारात्मक उपाय काफी जरूरी हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पुरातत्व विभाग को ताजमहल के संरक्षण के लिए विशेष ध्यान और संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए।

अधिकारियों का जवाब

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गुंबद पर पेड़ के उगने की जानकारी मिलने के बाद जब ताजमहल के रखरखाव से जुड़े अधिकारियों से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उनका जवाब असंतोषजनक था। उनका कहना था कि वे इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं और जल्द ही समाधान निकाला जाएगा, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

ताजमहल की सुंदरता और संरक्षण को लेकर यह मामला एक गंभीर चिंता का विषय है। सरकार और पुरातत्व विभाग को ताजमहल के संरक्षण के लिए विशेष ध्यान और संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए, ताकि इस ऐतिहासिक स्मारक की सौंदर्यात्मक महत्ता और संरचना को सुरक्षित रखा जा सके।