डेस्क। करवा चौथ विवाहित महिलाओं, विशेष रूप से नौविवाहित जोड़ों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह त्योहार पति-पत्नी के बीच प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।
करवा चौथ का महत्व
1. पति की लंबी आयु के लिए: करवा चौथ व्रत पति की लंबी आयु और स्वास्थ्य के लिए किया जाता है।
2. पति-पत्नी के बीच प्रेम: करवा चौथ पति-पत्नी के बीच प्रेम और समर्पण को बढ़ावा देता है।
3. विवाहित जीवन में सुख और समृद्धि: करवा चौथ व्रत विवाहित जीवन में सुख और समृद्धि लाने में मदद करता है।
4. आत्मशुद्धि और आत्मविकास: करवा चौथ व्रत आत्मशुद्धि और आत्मविकास का अवसर प्रदान करता है।
करवा चौथ की तैयारी
1. स्नान और शुद्धि
2. व्रत की शुरुआत
3. पूजा और आरती
4. चंद्रमा को अर्घ्य देना
5. पति के पैर पखारना
6. पति को भोजन कराना
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करवा चौथ के दिन कुछ विशेष बातें
1. व्रत के दौरान जल और अन्न नहीं लेना चाहिए।
2. व्रत के दौरान पति की सेवा करनी चाहिए।
3. व्रत के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए।
4. व्रत के बाद पति के पैर पखारना चाहिए।
करवा चौथ विवाहित महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो पति-पत्नी के बीच प्रेम और समर्पण को बढ़ावा देता है।