डेस्क। महाराष्ट्र के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करी है। बीजेपी की पहली लिस्ट में 99 उम्मीदवारों का ऐलान हुआ है। वहीं, अभी महाविकास अघाड़ी (MVA) में सीट शेयरिंग पर ही बात अटक गई है।
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) की टेंशन बीजेपी की पहली लिस्ट ने और भी ज्यादा बढ़ा दी है। इधर, उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की समस्या को बढ़ा दिया तो उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस को अल्टीमेटम भी दे दिया है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने कहा है कि सीट शेयरिंग तय करो नहीं तो अपनी पार्टी की लिस्ट जारी कर देंगे। ऐसे में यह बोला जा रहा कि ये गठबंधन रहेगा या टूट जाएगा। इस मनमुटाव के बीच आज महाविकास आघाड़ी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होनी है।
एनसीपी आज जारी कर सकती है अपनी लिस्ट
महाविकास अघाड़ी गठबंधन के तीनों दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार कर ली है। ऐसे में यदि सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनती है तो सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची को जारी कर देंगे। सूत्रों के अनुसार एनसीपी(SP) के उम्मीदवारों की पहली सूची तैयार भी है। एनसीपी (SP) की इस सूची में अजित पवार के बगावत के वक्त शरद पवार का साथ देने वाले नेताओं को प्रमुखता से जगह भी दी गई है। जिसमें
जयंत पाटील – इस्लामपूर
अनिल देशमुख – काटोल
नेतन्याहू पर हमला, मचा सकता है बड़ा बावल
जितेंद्र अव्हाड – कलवा मुंब्रा
रोहिणी खडसे – मुक्ताईनगर
रोहित पवार – कर्जत जामखेड
रोहित पाटिल – तासगांव
राखी जाधव – घाटकोपर पूर्व
राजेश टोपे – घनसावंगी
बालासाहेब पाटिल – कराड उत्तर
प्राजक्त तानपुरे – राहुरी
सुनील भूसरा – विक्रमगढ़
अशोक पवार – शिरुर
मानसिंह नाइक – शिराला
शशीकांत शिंदे – कारेगांव
हर्षवर्धन पाटिल – इंदापूर (हाल ही में बीजेपी से एनसीपी में आए)
Lawrence Bishnoi कहलाता है गुरु जी, 9 दिन रखता है मौन व्रत
इसके अलावा अजित पवार गुट को छोड़कर हाल ही में एनसीपी (SP) में आए प्रभावशाली नेताओं को भी चुनावी मैदान में उतारे जाने की आशंका है।
कांग्रेस को 24 घंटे का दिया अल्टीमेटम
उद्धव ठाकरे ने आज इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई है। जिसमें कांग्रेस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। उद्धव ने बोला है कि अगर 24 घंटे में कांग्रेस का जवाब नहीं आया तो ठाकरे सेना अपनी पहली लिस्ट भी जारी कर देगी, पर मैसेज पब्लिक में गलत न जाए इसलिए संभावित कैंडिडेट को अभी से प्रचार करने को बोला गया है। इसके साथ ही उद्धव की मांग है कि तीनों बड़े दल आघाड़ी में शामिल छोटे दलों को अपने अपने कोटे से सीटें भी देंगे।
विदर्भ और मराठवाड़ा की सीटों को लेकर अनबन भी बताई जा रही है कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस के लटकाने और भटकाने वाले तौर तरीकों से बेहद नाराज हैं।