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डेस्क। मौसम विभाग (IMD) ने इस बार कड़ाके की ठंड (Severe cold) पड़ने की चेतावनी अभी से जारी की है। इससे कुछ राज्‍यों में जबरदस्‍त ठंड की स्थिति भी देखने को मिल सकती है।

आपको बता दें देश में इस साल भीषण गर्मी पड़ी और अब जमकर बारिश का दौर भी जारी है। हालांकि अगर आप सर्दियों के सामान्‍य होने का इंतजार कर रहे हैं तो आप बिलकुल ही गलत हैं। कम से कम भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) का अनुमान तो यही कहता है।

मौसम विभाग का यह अनुमान है कि भारत में इस बार असाधारण रूप से जमकर ठंड पड़ने वाली हैं। उन्‍होंने इस साल सितंबर में ला नीना की शुरुआत का भी इशारा किया है, जिससे देशभर में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आने और बारिश में बढ़ोतरी का अनुमान है। 

मौसम विभाग का यह अनुमान है कि ला नीना के कारण देश में भीषण सर्दी पड़ेगी और आमतौर पर ला नीना अप्रैल और जून के मध्‍य शुरू होता है। अक्टूबर से फरवरी के मध्‍य यह मजबूत होता है और नौ महीने से दो साल तक की रह सकता है। यह तेज पूर्वी हवाओं द्वारा संचालित होता है जो समुद्र के पानी को पश्चिम की ओर धकेलता है और जिससे समुद्र की सतह ठंडी हो जाती है। यह अल नीनो के विपरीत है, जो गर्म स्थिति को लाता है। 

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किन राज्‍यों को झेलनी पड़ सकती है भीषण ठंड 

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में विशेष रूप से बेहद ठंडी स्थितियां देखी जा सकती हैं और यह संभावना जताई जा रही है कि यहां पर तापमान संभावित रूप से 3 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा गिर सकता है।

इसके साथ ही यह भी आशंका है कि ठंडा मौसम और अधिक बारिश कृषि को प्रभावित भी कर सकती है। इनमें खासतौर पर ऐसे इलाके शामिल हैं, जो सर्दियों की फसलों पर विशेष रूप से निर्भर होते हैं।

इस बार आगे बढ़ा बारिश का सीजन 

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ला नीना का प्रभाव साफ महसूस किया जा रहा है। मानसून का सीजन आमतौर पर सितंबर में समाप्‍त हो जाता है, पर इस साल यह आगे भी बढ़ रहा है। इसका संबंध समुद्र के ठंडा होने से है, जिसके कारण मौसम का सामान्‍य पैटर्न भी बाधित हुआ है और भारी वर्षा हुई है, खासतौर पर दक्षिणी और मध्य भारत में इसका प्रभाव दिखा।