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दिल्ली पुलिस का 700 किलोमीटर का पीछा: कार में आग लगाने वाले आरोपी गिरफ्तार

क्या आप जानते हैं कि दिल्ली पुलिस ने एक कार में आग लगाने वाले आरोपियों का 700 किलोमीटर तक पीछा किया? जी हाँ, आपने बिलकुल सही सुना! यह सच्ची घटना है, जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है. इस दिलचस्प घटनाक्रम में, एक साधारण पार्किंग विवाद ने एक जोरदार पुलिस कार्रवाई को जन्म दिया. इस लेख में, हम आपको इस रोमांचक कहानी की पूरी जानकारी देंगे, जिसमें शामिल है दिल्ली से लेकर अमेठी तक का सफ़र, आरोपियों की गिरफ्तारी और इस मामले की तह तक जाने वाली पुलिस की बहादुरी.

पार्किंग विवाद से शुरू हुई आग

यह सब शुरू हुआ एक आम पार्किंग विवाद से. शनिवार की सुबह, रंजीत सिंह नाम के व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी कार में रात को आग लगा दी गई. पुलिस ने तुरंत जाँच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पता चला कि राहुल भसीन नाम के व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ मिलकर यह काम किया है. राहुल टेंट का बिज़नेस करता है और उसका पीड़ित से पहले से विवाद चल रहा था.

700 किलोमीटर का रोमांचक पीछा

पुलिस ने आरोपियों की गाड़ी की लोकेशन ट्रेस की. पुलिस ने राहुल और उसके साथियों का 700 किलोमीटर तक पीछा किया. आरोपी आगरा, मथुरा होते हुए लखनऊ की ओर भाग रहे थे. पुलिस की टीम दिन-रात उनका पीछा करती रही. रास्ते में आरोपियों ने कई बार अपने फोन बंद किए, पर पुलिस ने अपनी दृढ़ता नहीं छोड़ी. अंततः, अमेठी में पुलिस ने राहुल और उसके 6 दोस्तों को एक टिन शेड के नीचे सोते हुए गिरफ्तार कर लिया. इस कारनामे में दिल्ली पुलिस का शानदार प्रदर्शन देखने लायक था.

आरोपियों की गिरफ्तारी और नेपाल भागने की साज़िश

पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी नेपाल भागने की योजना बना रहे थे और यही कारण था कि उन्होंने इतना लंबा सफ़र तय किया. अपनी लगभग डेढ़ हज़ार किलोमीटर की यात्रा में, आरोपियों ने रास्ते में कहीं भी रुककर आराम नहीं किया, लेकिन अंततः थकान की वजह से उन्हें अमेठी में रुकना पड़ा. यहीं पर दिल्ली पुलिस की टीम ने उन्हें पकड़ लिया.

सबूतों का मिलना और पार्किंग विवाद की असलियत

पुलिस ने आरोपियों की कार से थिनर का डिब्बा और लोहे की रॉड बरामद की. पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन्हीं चीजों का इस्तेमाल कार में आग लगाने के लिए किया गया था. शुरुआती जाँच के मुताबिक, इस मामले की शुरुआत पार्किंग विवाद से हुई थी. लेकिन, पुलिस को और भी चौंकाने वाली बातें पता चलीं. पीड़ित ने पहले भी पार्क में शराब पीने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और इस मामले के एक शख्स ने राहुल को उकसाया था. अगस्त में भी आरोपियों ने पीड़ित की कार का साइड मिरर तोड़ दिया था. इस वारदात में शामिल सभी लोगों को सख्त सज़ा मिलनी चाहिए. यह भी देखना महत्वपूर्ण है की क्या इस घटना में अन्य व्यक्तियों की भी भागीदारी थी और अगर हां तो क्या उन्होंने भी इस मामले में सक्रिय भाग लिया?

टेक अवे पॉइंट्स:

  • दिल्ली पुलिस ने एक कार में आग लगाने वाले आरोपियों का 700 किलोमीटर तक पीछा किया.
  • आरोपी नेपाल भागने की योजना बना रहे थे.
  • मामले की शुरुआत पार्किंग विवाद से हुई थी, लेकिन इसमें और भी बातें जुड़ी हुई हैं।
  • पुलिस ने आरोपियों से थिनर का डिब्बा और लोहे की रॉड बरामद की.
  • इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।