दिल्ली पुलिस ने आयुर्वेदिक कंपनी के नाम पर साइबर ठगी का भंडाफोड़ किया
क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेद के नाम पर कैसे ऑनलाइन ठगी हो रही है? हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ही मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक आयुर्वेदिक कंपनी के नाम का इस्तेमाल कर लोगों से ठगी की जा रही थी। इस घटना ने एक बार फिर से ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से।
कंपनी के डायरेक्टर ने दर्ज कराई शिकायत
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक आयुर्वेदिक कंपनी के डायरेक्टर ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी कंपनी के नाम और ब्रांड वीडियो का इस्तेमाल कर नकली दवाएं बेची जा रही हैं। यह ठगी ऑनलाइन माध्यमों से की जा रही थी और इसका असर कंपनी की प्रतिष्ठा पर भी पड़ रहा था।
सोशल मीडिया पर हुआ धोखाधड़ी का खुलासा
शिकायत के मुताबिक, कंपनी के एक कर्मचारी ने सोशल मीडिया पर कंपनी के नाम और ब्रांड वीडियो का इस्तेमाल करते हुए एक विज्ञापन देखा। इस विज्ञापन में नकली दवाओं को बेचा जा रहा था। कर्मचारी ने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर कॉल किया और 1800 रुपये में दवा का ऑर्डर दिया। दवा मिलने के बाद पता चला कि यह नकली है और यह घटना पूरी तरह से एक साइबर ठगी का मामला था।
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल जांच में जुटी
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम ने ठगों को पकड़ने के लिए कई दल बनाये हैं। जांच के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पुलिस का मानना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
आयुर्वेदिक दवाओं की ऑनलाइन खरीददारी में सावधानी जरुरी
यह घटना बताती है कि ऑनलाइन आयुर्वेदिक दवाओं की खरीददारी करते समय हमें कितनी सावधानी बरतनी चाहिए। हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ही दवा खरीदें और किसी भी संदेहास्पद विज्ञापन पर विश्वास न करें। अगर आप किसी भी तरह की ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं।
ऑनलाइन ठगी से बचने के टिप्स
आजकल ऑनलाइन ठगी के मामले बहुत बढ़ गए हैं, और ये आयुर्वेदिक दवाओं के अलावा भी कई तरह से हो सकते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए हैं जिससे आप ऑनलाइन ठगी से बच सकते हैं:
विश्वसनीय वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें
हमेशा विश्वसनीय और प्रमाणित वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें, जहां से आप ऑनलाइन खरीदारी करें। ऐसे वेबसाइट्स पर ध्यान दीजिये जहां पर SSL सर्टिफिकेट हो। SSL सर्टिफिकेट से वेबसाइट सुरक्षित होती हैं और आपके डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित होती हैं।
व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले सोचें
अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, आदि किसी के साथ शेयर न करें, जब तक की पूरी तरह से यकीन न हो जाए कि वे भरोसेमंद हैं। हमेशा ऑनलाइन भुगतान गेटवे पर खरीदारी करें जो सुरक्षित और प्रमाणित हैं।
संदेहास्पद लिंक्स और ईमेल से दूर रहें
संदेहास्पद लिंक्स पर क्लिक न करें या संदेहास्पद ईमेल से किसी भी अटैचमेंट या लिंक को ओपन न करें। कई ठग ऐसे लिंक और ईमेल का उपयोग करके आपके डेटा को चुरा सकते हैं।
सुरक्षित पासवर्ड बनाएं और बदलते रहें
हमेशा मजबूत और यूनिक पासवर्ड का इस्तेमाल करें जो अंदाजा लगाना मुश्किल हो, और समय-समय पर उन्हें बदलते रहें। अगर आप किसी भी वेबसाइट से बहुत समय बाद लॉगिन करें तो उसका पासवर्ड बदल देना अच्छा रहेगा।
अपडेटेड एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें
अपने कंप्यूटर और मोबाइल में हमेशा अपडेटेड एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। इससे आपके डिवाइस की सुरक्षा होती है और मालवेयर से बचाया जाता हैं।
इस घटना से सीख
यह घटना हमें सिखाती है कि साइबर ठगी से बचना बेहद ज़रूरी है और इसके लिए हमें हमेशा सतर्क रहना होगा। ऑनलाइन खरीदारी करने से पहले अच्छे से जानकारी हासिल कर लें, और किसी भी तरह के संदेह होने पर तुरंत अधिकारियों से संपर्क करें। याद रखें, सावधानी ही सुरक्षा है।
Take Away Points
- आयुर्वेदिक दवाओं की ऑनलाइन खरीददारी करते समय सावधानी बरतें।
- विश्वसनीय स्रोतों से ही दवा खरीदें।
- संदेहास्पद विज्ञापनों और लिंक्स से दूर रहें।
- ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए उपरोक्त टिप्स का पालन करें।