दिल्ली की हवा में फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है। 24 नवंबर को, दिल्ली ने हवा की गुणवत्ता के मामले में सबसे साफ दिन दर्ज किया, लेकिन यह अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में था। यह कोविड के बाद का सबसे खराब नवंबर है।
दिल्ली की हवा की गुणवत्ता: सबसे खराब महीनों में से एक
दिल्ली की हवा की गुणवत्ता लगातार गिर रही है, खासकर नवंबर के महीने में। 24 नवंबर को, औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 था, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। इससे पहले, 30 अक्टूबर को, हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में थी। इसका मतलब है कि पिछले 25 दिनों से दिल्ली की हवा 'बहुत खराब' या उससे भी खराब श्रेणी में रही है। 24 दिनों में से, 16 दिनों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही, 6 दिनों में 'गंभीर' श्रेणी में और 2 दिनों में 'गंभीर प्लस' श्रेणी में।
क्या है वायु प्रदूषण का समाधान?
दिल्ली में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जिसका समाधान आसान नहीं है। इसके लिए सरकारी और स्थानीय निकायों के द्वारा मिलकर काम करना होगा। कई उपाय करने होंगे, जैसे कि वाहनों के उत्सर्जन पर रोक, निर्माण स्थलों पर धूल से बचाव, और कूड़े के निपटान पर नियंत्रण। इसके अलावा, लोगों को भी जागरूक होने और प्रदूषण कम करने में मदद करने की जरूरत है।
कोविड के बाद का सबसे खराब प्रदूषण
कोविड-19 के बाद से, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है। 2020 के बाद से, यह नवंबर सबसे खराब रहा है। विशेषकर सर्दियों के महीनों में, वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। इस साल भी, हालात काफी गंभीर हैं, जो वायु गुणवत्ता उपायों की सख्त आवश्यकता को दर्शाता है।
क्या करें प्रदूषण से बचने के लिए?
वायु प्रदूषण से खुद को बचाना भी बहुत ज़रूरी है। जब AQI बहुत अधिक हो, घर से बाहर कम निकलें और अगर निकलना ज़रूरी हो तो मास्क ज़रूर पहनें। घर पर एयर प्यूरिफायर का उपयोग कर सकते हैं और बच्चों, बड़ों और साँस की बीमारी से पीड़ित लोगों का ख़ास ध्यान रखें।
प्रदूषण कम करने के उपाय
हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकारी और स्थानीय निकायों को कठोर कदम उठाने की जरूरत है। प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय हैं, जिनमें शामिल हैं: वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण को कम करने के उपाय, निर्माण स्थलों पर धूल को कम करना, कूड़े के निपटान पर नियंत्रण, और लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करना। इसके लिए एक व्यापक रणनीति की आवश्यकता है जिसमे सरकारी योजनाएँ, और आम लोगों का सहयोग शामिल हो।
दिल्ली सरकार के प्रयास
दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जिसमें वाहनों के उत्सर्जन मानकों को कठोर बनाना, प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों पर कार्रवाई करना, और हरियाली को बढ़ावा देना शामिल है। फिर भी, इन प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाने की ज़रूरत है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए एक समग्र रणनीति
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए एक व्यापक रणनीति की आवश्यकता है जो विभिन्न हितधारकों, सरकारी एजेंसियों, स्थानीय अधिकारियों, नागरिक संगठनों और व्यक्तियों के सहयोग पर केंद्रित हो। यह रणनीति दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर आधारित होनी चाहिए और इसमें निम्नलिखित कार्रवाइयां शामिल होनी चाहिए:
- वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करना: पुराने वाहनों को बंद करना, उत्सर्जन मानकों को कड़ाई से लागू करना और इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाना।
- निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण: निर्माण कार्य स्थलों पर धूल नियंत्रण के लिए कठोर उपायों को लागू करना।
- कूड़ा निपटान प्रबंधन: वैज्ञानिक और पर्यावरण के अनुकूल कूड़ा निपटान तकनीकों को लागू करना।
- जागरूकता अभियान: वायु प्रदूषण के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाना।
Take Away Points:
- दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है।
- कोविड के बाद का यह सबसे खराब नवंबर है।
- प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार और नागरिकों दोनों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
- एक समग्र रणनीति की ज़रूरत है जिसमें विभिन्न उपायों का एक साथ प्रयोग किया जा सके।