img

AIIMS दिल्ली के आरपी आई साइंस सेंटर में भावुक विदाई: पद्मश्री डॉ. जीवन तितियाल का रिटायरमेंट

आँखों में आँसू और दिलों में गर्व - ये दृश्य था AIIMS दिल्ली के आरपी आई साइंस सेंटर का, जहाँ कई सालों तक सेवा देने वाले पद्मश्री डॉ. जीवन तितियाल ने बुधवार को अपनी सेवाएँ समाप्त कीं. डॉक्टरों और स्टाफ की भीगी आँखें गवाही देती हैं उनके काम और व्यक्तित्व की गहराई की. डॉक्टर तितियाल सिर्फ़ एक डॉक्टर नहीं, बल्कि एक संस्था थे, जिन्होंने हज़ारों मरीज़ों की ज़िन्दगी में उम्मीद की किरण जगाई. आज हम उनकी ज़िन्दगी की ज़रूरी बातें, उनके रिटायरमेंट और उनके काम के बारे में विस्तार से जानेंगे।

पद्मश्री सम्मान से सम्मानित विशिष्ट चिकित्सक

डॉ. जीवन तितियाल का नाम मेडिकल जगत में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपनी विशिष्ट चिकित्सा सेवाओं के लिए ख्याति अर्जित की है. उनके मरीज़ों की लिस्ट में कई बड़े नाम शामिल हैं - दलाई लामा और स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दिग्गज शख्सियतों का भी इलाज उन्होंने किया है. मेडिकल क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए उन्हें वर्ष 2014 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था, जो उनकी प्रतिभा और समर्पण का प्रमाण है. उनके इस रिटायरमेंट ने सम्पूर्ण मेडिकल जगत में एक शून्य भर दिया है, जिसे भर पाना कठिन ही नहीं, नामुमकिन है. डॉ. तितियाल की विदाई से कई सहकर्मी भावुक हुए और उनकी विदाई समारोह में सारे कर्मचारियों में गहरा दुःख देखा गया.

दलाई लामा और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दिग्गजों का इलाज

डॉ. तितियाल ने सिर्फ़ मरीज़ों का इलाज ही नहीं किया, उन्होंने उम्मीद जगाई. दलाई लामा और स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों का इलाज करके उन्होंने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा और सेवा का कोई मोल नहीं होता. उनके साथी और कर्मचारी उनके करिश्माई व्यक्तित्व के ज़रिये प्रेरित हुए. वे सिर्फ एक मेडिकल प्रोफेशनल नहीं बल्कि एक सच्चे इंसान थे, जो सदा मरीज़ों और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेंगे.

एक अनुकरणीय जीवन और सेवा का समापन

डॉ. जीवन तितियाल के रिटायरमेंट के समाचार ने चिकित्सा जगत में गहरी भावनात्मक हलचल पैदा की है. उनकी विदाई केवल एक संस्थान का नुकसान नहीं बल्कि सम्पूर्ण देश के लिए एक क्षति है. वर्षों से उनकी सेवा, उनके ज्ञान और अनुभव से अनगिनत लोग लाभान्वित हुए. इस मौके पर, AIIMS परिवार और उनके सहकर्मियों द्वारा व्यक्त किया गया भावुक विदाई सन्देश उनकी महानता का प्रमाण है.

भावनाओं का सैलाब और भावभीनी विदाई

उनके विदाई समारोह में उनकी मेहनत और सेवाओं की चर्चा हुई, साथ ही उनके योगदान की सराहना की गई. AIIMS दिल्ली के इस समारोह में उनकी तारीफ़ के अनगिनत किस्से और अनुभव सामने आए। उनके अद्वितीय व्यक्तित्व और चिकित्सा जगत में उनके विशाल योगदान को याद रखा जाएगा और उनकी यादें हमेशा बनी रहेगी. AIIMS के कई स्टाफ और डॉक्टर भीगी आंखों से भावुक थे और उन्होंने उनके बेहतरीन कार्यों का शुक्रिया अदा किया।

AIIMS में डॉक्टर जीवन तितियाल का अमिट योगदान

AIIMS में डॉ. तितियाल की सेवा का प्रभाव आज भी देखा जा सकता है। उनके द्वारा स्थापित की गई पद्धतियाँ और उनका मेडिकल ज्ञान आज भी AIIMS को आगे बढ़ने में सहायक है. यह सिर्फ एक रिटायरमेंट नहीं है बल्कि एक नए अध्याय की शुरुआत भी है, एक ऐसे अध्याय जो हमेशा उनके द्वारा स्थापित उच्च आदर्शों द्वारा परिभाषित होगा.

भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा

डॉ. तितियाल के जीवन और कार्य सभी चिकित्सा पेशेवरों और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. उनके काम से स्पष्ट होता है कि समर्पण, कड़ी मेहनत और मानवता की सेवा से कैसे एक व्यक्ति महान उपलब्धियाँ प्राप्त कर सकता है। उनका व्यक्तित्व हमेशा हमारी यादों में जीवित रहेगा. उनकी कामयाबी का राज उनकी लगन और मरीज़ों के प्रति उनके अटूट समर्पण को देखा जा सकता है.

टेक अवे पॉइंट्स

  • डॉ. जीवन तितियाल का AIIMS से रिटायरमेंट एक भावुक विदाई के साथ हुआ.
  • उन्हें मेडिकल सेवा के लिए 2014 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
  • उन्होंने दलाई लामा और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी इलाज किया था.
  • डॉ. तितियाल का योगदान AIIMS और भारत के चिकित्सा जगत के लिए अमूल्य है.
  • उनका जीवन और कार्य चिकित्सा क्षेत्र में आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा।