डेस्क (ब्यूरो)।एग्जामिनर को अपने आवंटित स्कूलों में पहचान पत्र/नियुक्ति पत्र भी दिखाना होगा और इसके बाद वह प्रैक्टिकल एग्जाम करा सकेंगे वहीं प्रिंसिपल उनकी नियुक्ति पत्र की एक प्रति अपने पास रिकॉर्ड के तौर पर रखेंगे, ताकि जरूरत पडऩे पर संबंधित विभागीय अधिकारियों व बोर्ड के उच्चाधिकारियों को उपलब्ध भी करा सकें।
29 जनवरी से शुरू होने वाले हैं एग्जाम
जिले में 322 स्कूलों में 29 जनवरी से इंटर की प्रैक्टिकल एग्जाम शुरू हो रहे हैं और यह पांच फरवरी तक चलेगी भी। अभी तक बोर्ड एग्जाम में ही सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती होती रही है पर बोर्ड एग्जाम के साथ-साथ प्रैक्टिकल एग्जाम भी शुचिता और पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित होंगे। इसके लिए पहली बार प्रैक्टिकल एग्जाम भी सेक्टर मजिस्ट्रेट की निगरानी में कराई भी जाएगी और इसी क्रम में जिले में 20 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती भी कर दी गई है।
प्रैक्टिकल एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स की समस्या के समाधान के लिए बोर्ड के निर्देश पर बुधवार से क्षेत्रीय कार्यालय में कंट्रोल रूम क्रियाशील भी कर दिया गया है। और प्रैक्टिकल एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स से अधिक फीस की मांग भी की जा रही है वहीं किसी तरह का प्रलोभन भी दिया जा रहा है, एग्जाम सेंटर दूरी की समस्या है या फिर एग्जामनर के समय से नहीं पहुंचने संबंधी समस्या है तो वह हेल्पलाइन नंबर 0551-2205271, 6394717234 या फिर upmsprogkp@gmail.com के जरिए पर शिकायत दर्ज भी कराई जा सकती है।
इसी कड़ी में कंट्रोल रूम दो पालियों में संचालित भी होगा। साथ ही पहली पाली सुबह सात से तीन बजे और द्वितीय पाली का समय तीन से रात्रि 11 बजे तक तय किया गया है।
प्रैक्टिकल के दौरान स्टूडेंट्स की समस्याओं के निस्तारण के लिए कंट्रोल रूम भी शुरू कर दिया गया है। साथ ही संबंधित स्टूडेंट्स जारी हेल्पलाइन नंबर और ईमेल के जरिये अपनी शिकायत सीधे क्षेत्रीय कार्यालय को दर्ज भी करा सकते हैं। वही डीआइओएस के माध्यम से तत्काल समस्या का समाधान भी कराया जाएगा।