डेस्क। मौलाना साजिद रशीदी के राम मंदिर वाले बयान पर बवाल खड़ा हो चुका है साथ ही मौलाना साजिद ने पिछले दिनों कहा कि इस देश का इतिहास लिखा जाएगा साथ ही उस हिस्ट्री की बुनियाद पर हमारी आने वाली नस्लें राम मंदिर को तोड़कर मस्जिद भी बनाएंगी।
इसके अलावा शनिवार को हिन्दू संगठन के लोग भी इसका पुरजोर विरोध करने के लिए मैदान में उतर चूके हैं और रशीदी के इस बयान पर मुस्लिम संगठन भी उन पर निशाना साधने में जुटे हैं। साथ ही मुरादाबाद जनपद में सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता कशिश वासी ने कहा कि जो लोग इस तरीके के भड़काऊ बयान दे रहे हैं वो देश को तोड़ने की राजनीति करने में लगे है। साथ ही वह लोग ऐसे बयान न दें, जिससे देश को तोड़ने की राजनीति मजबूत हो सके और ऐसे बयान कतई न दिया जाएं जिसमें कोर्ट को चैलेंज किया जा रहा हो।
इसी कड़ी में साथ ही कशिश ने कहा कि इस तरीके का बयान दिया गया कि राम मंदिर टूट जाएगा और बाबरी मस्जिद बनेगी तो इस बयान से साफ तौर से न्यायालय को चैलेंज करने की बात भी कही गई है। इसके अलावा यह कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट किया गया है। और कोर्ट को चैलेंज किया गया है कि इसका सीधा एक मकसद लग रहा कि देश की फिजा को खराब करने के लिए इस तरीके की बयानबाजी की गई है वहीं कोई भी शख्स अगर इस तरीके की बयानबाजी करता है, तो उसके ऊपर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही भी की जाए।
इसी के साथ सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता कशिश वासी ने यह कहा कि नए साल में हम सब लोगों को प्यार मोहब्बत भाईचारा और खुलूस का पैगाम भी देना है और अपने देश की एकता और अखंडता को किसी भी कीमत पर टूटने नहीं देना है साथ ही सिर्फ हमारे देश में प्यार संप्रदायिक स्वार्थ हमेशा सभी में बना भी रहेगा।
होनी चाहिए सख्त कार्रवाई
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने शक जाहिर करते हुए यह भी कहा कि कहीं ये विदेशी ताकत से मिलकर देश के अंदर संप्रदायिक माहौल को खराब तो नहीं किया जा रहा है और भारत सरकार से अपील करते हुए सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने यह भी कहा कि बयान देने वाले पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई होनी भी चाहिए।