देश में महिलाओं के खिलाफ तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा कानून तो बनाए जाते हैं। लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के संदर्भ में यह कानून फेल हो जाते हैं।
महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध के संदर्भ में राष्ट्रीय महिला आयोग के आकड़े के मुताबिक देश मे महिला सुरक्षा आज भी बदतर है। अलग-अलग तरीके से महिलाओं के साथ हिंसा हो रही है। हर साल महिलाओं के साथ होने वाले अपराध का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
महिला आयोग की रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले 30,900 सामने आए हैं। वहीं साल 2021 की तुलना में रेप, छेड़छाड़, बलात्कार की कोशिश, देहज के कारण हिंसा और घरेलू हिंसा के मामले में इजाफा हुआ है।
वहीं सबसे अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि जो योगी सरकार बार-बार यह दावा कर रही है कि उनके राज्य में उत्तरप्रदेश अपराध मुक्त हो रहा है। अपराधी कांप रहे हैं। वही महिलाओं के साथ अपराध के मामले में यूपी अब्वल है। महिलाओं के खिलाफ जितने भी अपराध हुए हैं और उसके परिपेक्ष्य में जो भी शिकायतें दर्ज हुई हैं। उसमें 55 फीसदी मामले उत्तरप्रदेश के हैं।
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