देश- उत्तरप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ी लेकिन विपक्ष एकता नहीं दिखाई दी। कांग्रेस की ओर से मिले निमंत्रण के बाद भी विपक्ष ने कांग्रेस की इस यात्रा में शामिल होना मुनासिब नहीं समझा। इसके पीछे भी राजनीतिक कारण बातए जा रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञ का कहना है कि यह विपक्ष जनता है कि भाजपा को मात देने के लिए विपक्ष को एक साथ आना पड़ेगा। लेकिन उत्तरप्रदेश में कांग्रेस की स्थिति डगमगाई हुई है और विपक्ष यह बिल्कुल नहीं चाहता कि कांग्रेस की स्थिति से उनका वोट बैंक प्रभावित हो।
यही एक विशेष कारण है कि अखिलेश यादव, जयंत चौधरी, मायावती ने राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के लिए अशेष बधाई दीं। लेकिन वह उनकी यात्रा का हिस्सा नहीं बने। वहीं विपक्ष और सत्तापक्ष यह बात समझ रहा है कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से स्वयं को स्थापित कर लिया है जनता के बीच आज कांग्रेस की मजबूत छवि स्थापित हुई है।
बीते दिन राममंदिर के प्रमुख पुजारी ने भारत जोड़ो यात्रा को सफल होने का आशीर्वाद दिया। यह सभी बातें इस बात का संकेत दे रही है कि कहीं न कहीं कांग्रेस का भारत जोड़ो यात्रा से पुनर्जन्म हुआ है।