यूपी डेस्क। सीएनजी की कीमतो का पेट्रोल की कीमत के बराबर होने पर लोगों का गुस्सा हद से आगे बढ़ गया है। वहीं लोगों का कहना है कि यही हालत रही तो उनके सामने गाड़ी बेचने तक की नौबत आ सकती है। उनका कहना है कि अब तो साइकिल चलाने का दौर आया दिखाई दे रहा है। वहीं लोगों ने आरोप भी लगाया है कि एक तरफ सरकार ग्रीन फ्यूल की बात करती है तो दूसरी तरफ ग्रीन फ्यूल के रेट भी बढ़ाती ही जा रही है।
इससे ऐसा भी लगता है कि सरकार लोगों को ठग रही है। और सीएनजी की कीमतें बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी टैक्सी वालों को झेलनी पड़ रही है।
लखनऊ में सीएनजी के रेट बढ़ने से आक्रोशित टैक्सी चालकों ने सरकार पर अपनी भड़ास भी निकाली है। उन्होंने यह भीं कहा है कि सरकार ईंधन की कीमतें बढ़ाकर हमें अपनी जीविका के साधन को बंद करने के लिए मजबूर कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि ओला और ऊबर चालकों के सामने भारी समस्या है। वहीं कंपनी अपनी मार्जिन ले लेती है और सरकार अपना टैक्स भी लेती है। वैसे ही हमारे पास कुछ ज्यादा बचता नहीं है।
लखनऊ के विभिन्न सीएनजी स्टेशनों पर टैक्सी और ओला-ऊबर ड्राइवरों का गुस्सा साफ दिख रहा है। उनका यह कहना है कि ऐसे में हमारा पर्यावरण की रक्षा का संकल्प कभी पूरा नहीं हो पाएगा।
वहीं अगर दिल्ली की बात करें तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को यह कहा हैं कि राष्ट्रीय राजधानी को अगले दो महीने में 100 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन भी मिलेंगे। केजरीवाल ने ऐसे 11 चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन भी किया और कहा कि इन चार्जिंग स्टेशनों पर बैटरी बदलने की सुविधा उपलब्ध होगी।