दिल्ली– दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़े 28 छात्रों ने शीर्ष स्थान के साथ मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रदेश परीक्षा में उत्तीर्ण होकर यह साबित कर दिया है। अगर आप सच्ची लगन के साथ कुछ भी करते हैं तो आपके लिए किसी भी मुकाम को हासिल करना आसान होता है। आप मंजिल बड़े बड़े संस्थाओं से नही अपितु अपनी मेहनत के बलबूते पर हासिल कर सकते हैं।
दिल्ली के सरकारी स्कूल से पढ़े इन छात्रों पर हर कोई गर्व कर रहा है। इन छात्रों ने अपने जीवन मे काफी संघर्ष देखा लेकिन यह उन परेशानियों से परेशान नही हुए। यह मेहनत करते रहे और इनकीं सच्ची लगन ने इन्हें आज इनकी मंजिल तक पहुंचा दिया। आज इन छात्रों की सफलता चीख चीख कर कह रही है कि मेहनत कभी बेकार नही जाती उसका फल आवश्यक मिलता है।
यह छात्र ऐसे है जिन्होंने इस परीक्षा को पास करने के लिए किसी भी कोचिंग संस्थान का सहारा नही लिया। यह सभी छात्र स्कूल की लाइब्रेरी में पढ़ते थे और इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई की सामग्री एकत्रित करने अपनी सफलता को लांघने का संकल्प लेते थे। आज इन सभी के संकल्प का ही यह नतीजा है कि इन्हें कोई नही रोक पाया और सफलता इनके पास चली आई।
जानकारी के लिए बता दें दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 1141 बच्चों ने नीट और जेईई की परीक्षा में परचम लहराया है। इनमें 648 बच्चे नीट और 493 बच्चे जेईई में सफल हुए हैं। नीट में सफल हुए ये बच्चे बहुत गरीब परिवार से आते हैं और विषम परिस्थितियों में रहते हैं। इसमें 199 लड़के हैं और 449 लड़कियां हैं। लड़कियां पूरी तरह से बाजी मार गई हैं।
इसी तरह, जेईई में 493 बच्चे सफल हुए हैं। यहां 404 लड़के और 89 लड़किया सफल हुई हैं। इसमें लड़के बाजी मार ले गए हैं। बहरहाल इन सबने 26 लाख बच्चों में अपनी जगह बनाई है। क्योंकि आंकड़ों के मुताबिक हर साल करीब 9 लाख बच्चे जेईई और 17 लाख बच्चे नीट की परीक्षा देते है।