डेस्क। हाथरस के सिकंदराराऊ हादसे में मुख्यमंत्री योगी के आपराधिक साजिश के अंदेशे की दिशा पर भी पुलिस की टीमों ने काम करना शुरू कर दिया हैं। गिरफ्तार हुए सेवादारों से पूछताछ में इस पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है। उनसे इसे लेकर क्रॉस सवाल जवाब भी किए जा रहे हैं। गिरफ्तार हुए सेवादारों ने भी इस बात को स्वीकारा है कि भोले बाबा की चरणरज लेने के लिए ही भीड़ को अनियंत्रित छोड़ दिया गया था। इसके साथ ही यह भी माना है कि इसके बाद से अफरा-तफरी मचने पर वे घायलों को उसी हालत में घटनास्थल पर छोड़कर के भाग गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर उड़े होश, भोले बाबा से कोई शिकायत नहीं
इस विषय में गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में आईजी शलभ माथुर ने बड़ी जानकारी देते हुए यह बताया कि मुकदमे की विवेचना में हर पहलू का ध्यान भी रखा जा रहा है। यह हादसा एक इत्तेफाक भी हो सकता है। सेवादारों द्वारा की गई धक्का मुक्की की यह देन है या फिर आपराधिक साजिश है, इन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर के जांच की जा रही है।