इन दो परिस्थितियों में कभी मत पहनना रुद्राक्ष

आध्यत्मिक– हिन्दू धर्म मे देवी देवताओं का सर्वाधिक महत्व है। कहते हैं ईश्वर की आराधना मात्र से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। वही अगर कोई देवो के देव महादेव की पूजा याचना करता है तो उसके सभी कष्ट दूर होते हैं। इन्हें देवों के देव महादेव और कालो के काल महाकाल के नाम से जाना जाता है।
शिव भक्त गले मे शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राक्ष की माला धारण करते हैं। हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक भगवान शिव को रुद्राक्ष सबसे अधिक प्रिय है। अगर कोई भी व्यक्ति भगवान शिव को रुद्राक्ष अर्पित करता है तो उसके सभी मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं। इसे बेहद शुभ माना जाता है।
लेकिन रुद्राक्ष धारण करने के कुछ विशेष नियम और कायदे भी है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को रुद्राक्ष कभी भी धारण करके नहीं सोना चाहिए। इससे रुद्राक्ष अशुद्ध हो जाता है। रात में सोने से पूर्व इसे उतार देना चाहिए वही सुबह स्नान के बाद इसे पुनः धारण करना चाहिए।
वही अगर आप रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपको मांसाहारी भोजन के बारे में नहीं सोचना चाहिए। इससे रुद्राक्ष खंडित हो जाता है। क्योंकि इसे भगवान शिव का प्रसाद माना जाता है। वही अगर घर मे सूतक लगा हुआ है तो आपको रुद्राक्ष पहनने से बचना चाहिए। क्योंकि इन दिनों पवित्र चीजे अपवित्र हो जाती है और आपको उसका नकारात्मक प्रभाव देखना पड़ता है।