धर्म– हिन्दू पंचांग के मुताबिक आज से पितृ पक्ष शुरू हो गए हैं। पितृ पक्ष के दौरान सभी लोग अपने पूर्वजों का तर्पण करते हैं। श्राद करते हैं और उनकी आत्मा की शान्ति की कामना करते हैं। लोग अपने पूर्वजों के नाम से कई अनुष्ठान करते हैं दान पुण्य करते हैं और ब्राह्मण भोज करवाते हैं।
पितृ पक्ष में दान पुण्य के कुछ विशेष नियम होते हैं। अगर आप उन नियमो का पालन नही करते हैं। तो इसका आपके जीवन पर दुष्प्रभाव भी पड़ता है। लेकिन हम सभी पितृ पक्ष के दौरान कोई भी गलती जानबूझकर नही करते है। तो आइये जानते हैं की पितृ पक्ष के दौरान किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
हिन्दू धर्म मे भोजन का अपना एक अलग महत्व है। वही अगर पितृ पक्ष चल रहा है तो लोगो को सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए की लहसुन प्याज से बने भोजन का सेवन न करे। क्योंकि यह तामसिक माने जाते हैं। पितृ पक्ष में अपने पितरों की आत्मा की शांति की कामना करने वाले लोगो को दूध का सेवन भी कम करना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितर पक्ष के मांस, मछली और अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए। यह सब धर्म ग्रन्थों के मुताबिक दौत्य का भोजन माने जाते हैं। इनके सेवन से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वही जो लोग 16 दिन तक तर्पण करते हैं उन्हें चने का सेवन नही करना चाहिए।
जो लोग अपने पितरों का तर्पण करते हैं उनका श्राद करते हैं। उन्हें अपने पितरों को कम सुगंध वाले पुष्प अर्जित करने चाहिए। क्योंकि ज्यादा सुगंध वाले पुष्प पितरो को नही पसन्द है। इसके अलावा तर्पण या श्राद दक्षिण दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए और रोजाना धार्मिक ग्रन्थ रामायण, गीता का पाठ करना चाहिए।