धर्म– हिंदूओ का महापर्व शुरू हो गया है। लोग दिवाली की खुशियों में मग्न है। सभी के घरों में रौनक छाई हुई है। कल जहां सभी लोगो ने धनतेरस का त्योहार मनाया। वही आज नरक चतुर्दशी है।
कहते हैं नरक चतुर्दशी के दिन लोग अपने घर की प्रत्येक वस्तु को साफ सुथरा रखते हैं। क्योंकि इस दिन घर मे माता लक्ष्मी का आगमन होता है और घर मे सुख समृद्धि का वास होता है।
वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं उस कहानी के बारे में जिसके कारण यह चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है।
हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया था। नरकासुर के बंदी गृह में 16 हजार से ज्यादा महिलाएं कैद थीं, जिन्हें भगवान कृष्ण ने आजाद कराया था। तभी से नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है।
हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक शाम को यमराज के नाम का दिया नरक चतुर्दशी को जलाया जाता है। कहते हैं ऐसा करने से अकाल मृत्यु की संभावनाएं खत्म हो जाती है और घर से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव खत्म होता है और खुशियां आती है।
धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार इस दिन सभी पापों का नाश करने और जीवन की परेशानियों से मुक्ति के लिए शाम के समय यम देव की पूजा की जाती है और घर के दरवाजे के दोनों तरफ दीप जरूर जलाए जाते हैं।