आध्यत्मिक- अपने जीवन मे हर कोई सफलता प्राप्त करना चाहता है। आज के समय मे कोई ऐसा नहीं है जिसे धन दौलत की आवश्यकता नहीं है। लेकिन सफलता हर किसी को प्राप्त हो यह सम्भव भी नहीं है।
सफलता को लेकर आचार्य चाणक्य ने कुछ मूल तत्वों का वर्णन किया है। उनके मुताबिक अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन मे उन बातों को उतार लेता है तो उसे उसके जीवन मे कोई नहीं हरा सकता और सफलता उस व्यक्ति के कदम स्वतः ही चूम लेती है।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक- जो व्यक्ति बाहरी दिखावा नहीं करता है और उसके पास जो हैं। उसमें वह संतुष्ट रहता है। तो उसे अपने जीवन मे कभी भी समस्याओं से नहीं जूझना पड़ता है और उसे अपने जीवन मे सफलता हासिल होती है।
आचार्य चाणक्य का मानना था कोई भी व्यक्ति झूठ के सहारे अपने कदम आगे नहीं बढ़ा सकता है। जो व्यक्ति सफल होता है वह सत्य और संघर्ष के मार्ग पर चलता है। वही जो व्यक्ति संघर्ष और सत्य का मार्ग नहीं अपनाता वह चाहें जितना प्रयास कर ले। उसे जीवन मे सफलता हासिल नहीं होती है।