डेस्क। कांग्रेस की दबाव की रजनीति का नतीजा अब साफ तौर से देखने को मिल रहा है। जहां समाजवादी पार्टी ने महागठबंधन की एक सीट कांग्रेस को देने के संकेत दिए हैं। तो वहीं आज शाम तक इसका फैसला हो सकता है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर सामने आई है। गठबंधन से कांग्रेस को एक और सीट मिलने के संकेत मिले हैं। इसे कांग्रेस की प्रेशर पॉलिटिक्स का नतीजा भी माना जा रहा है। इससे पहले उपचुनाव के लिए कुल 9 सीटों में से गठबंधन की ओर से कांग्रेस को केवल दो सीटें ही ऑफर करी गई थीं। इससे कांग्रेस में नाराजगी थी और फिर कांग्रेस की ओर से अपनाई गई प्रेशर पॉलिटिक्स से सियासी हवा बदलने के संकेत भी मिले हैं।
यह बताया जाता है कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच काफी बातचीत हुई और ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस को फूलपुर विधानसभा सीट भी मिल सकती है। हालांकि अभी ये तय नहीं हुआ है कि सपा फूलपुर छोड़ देगी, लेकिन बातचीत सकरात्मक रूप से हुई है। यह माना जा रहा है कि आज शाम तक इस पर फैसला लिया जा सकता है।
समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को गाजियाबाद और खैर सीट पहले ही दे दी है इसके अलावा अब फूलपुर सीट भी देने की आशंका दिखाई दे रही है। दरअसल, कांग्रेस की ओर से उचुनाव में कुल 5 सीटों पर दावा किया गया था। पर समाजवादी पार्टी ने अपनी तरफ से कुल 7 उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया। समाजवादी पार्टी के इस कदम से कांग्रेस में नाराजगी दिखाई दे रही है और अभी तक उसके खाते में केवल दो ही सीटें हैं।
कांग्रेस की ओर से यह बोला गया है कि सीट बंटवारे को लेकर कोई बातचीत नहीं की गई। हालांकि बाद में समाजवादी पार्टी की तरफ से गाजियाबाद और खैर की सीट कांग्रेस को दे दी गई। वहीं कांग्रेस इससे भी संतुष्ठ नहीं दिखाई दे रही। बाद में ऐसी भी खबर आई है कि कांग्रेस यूपी विधानसभा उपचुनाव नहीं लड़ेगी। इन तमाम बातों के बीच समाजवादी पार्टी की तरफ से कांग्रेस को यह ऑफर मिला है कि वह फूलपुर की सीट उसे दे सकती है।