गुजरात मे दिसम्बर में मतदान होना है। आम आदमी पार्टी बार बार यह दावा कर रही है कि गुजरात मे उनकी जीत सुनिश्चित है। लेकिन बीजेपी बीते 30 साल से गुजरात में राज कर रही है और कांग्रेस गुजरात मे 27 साल से सत्ता वापसी के लिए कठिन प्रयास कर रही है।
लेकिन अगर हम ग्राउंड लेवल की बात करे तो कही न कही आम आदमी पार्टी के दावे खोखले से नजर आ रहे हैं। क्योंकि जनता आज भी गुजरात मे बीजेपी और कांग्रेस का गुणगान कर रही है। कई इलाके जो बीजेपी में पक्ष में है। तो कई इलाके ऐसे है जो सिर्फ कांग्रेस को सत्ता में देखना चाहते हैं।
जाने कौन कांग्रेस को देखना चाहता सत्ता में-
भले ही आम आदमी पार्टी के आने से कांग्रेस का वोट बैंक प्रभावित हो रहा हो। लेकिन आज भी गुजरात मे आदिवासी समाज ऐसा समाज है जो अपने लीडर के रूप में अगर किसी को देखना चाहता है। तो वह है कांग्रेस।
हालाकि बीजेपी लगातार यह प्रयास कर रही है कि वह गुजरात मे आदिवासी समाज को अपने खेमे में कर ले। लेकिन जो विश्वास कांग्रेस ने आदिवासी समाज का जीता है। उसे जीतने में बीजेपी और आप दोनो विफल नजर आ रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञ का कहना है कि गुजरात मे भले ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी जमकर प्रचार प्रसार कर रहे है और कांग्रेस एकदम शांत है। लेकिन गुजरात मे आदिवासी समाज मे कांग्रेस की बढ़त देंखने को मिलेगी। क्योंकि इस समाज के लिए प्रचार से अधिक विश्वास का महत्व है।
बता दें 2011 की जनगणना के अनुसार, गुजरात में आदिवासी आबादी 89.17 लाख थी, जो इसकी कुल आबादी का लगभग 15 प्रतिशत है। वही अगर कांग्रेस इस समुदाय पर बढ़त हासिल कर लेती है। तो आप के लिए मुख्य विपक्षी दल बनना और जीत का ताज अपने मस्तक पर धारण करना आसान नही होगा।