Punjab News: जेल में बंद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने एक पूर्व मंत्री के खिलाफ उत्पीड़न के मामले में लुधियाना की एक अदालत में पेश होने के लिए सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उन्हें सुरक्षा देने के निर्देश भी जारी किए जा चुके हैं।
साथ ही रोड रेज के एक मामले में पटियाला सेंट्रल जेल में बंद सिद्धू को लुधियाना की एक अदालत ने 21 अक्टूबर को पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ बर्खास्त पुलिस उपाधीक्षक बलविंदर सिंह सेखों द्वारा दायर मामले में गवाह के तौर पर पेश किया जाना है।
सेखों ने यह आरोप भी लगाया था कि पूर्व खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री ने भूमि उपयोग घोटाले में आशु के खिलाफ जांच के दौरान कथित तौर पर उन्हें परेशान किया और धमकी दी थी उस समय सिद्धू स्थानीय सरकार में मंत्री हुआ करते थे। सेखों ने अदालत के समक्ष दलील भी दी थी कि सिद्धू को गवाह के रूप में बुलाया जाए और 2019 में मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान जांच को चिह्नित कर निष्कर्ष निकाला गया था।
सिद्धू ने सुरक्षा मामलों का हवाला देते हुए मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनकी सुनवाई के लिए लुधियाना की अदालत में तीन बार अपील की थी पर अदालत ने उनकी अर्जी खारिज कर दी और उन्हें 21 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा था।
वहीं सिद्धू ने गुरुवार को सेंट्रल जेल पटियाला के सुपरिटेंडेंट को लिखा कि जेल में आने पर उनकी जेड प्लस सुरक्षा वापस ले ली गई। वहीं मैंने कभी भी गवाही देने से इनकार नहीं किया है लेकिन माननीय अदालत को इसके लिए मुझे यह सुविधा प्रदान करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने पत्र में सुरक्षा संबंधी हवाला दिया जैसा कि उन्होंने अदालत के समक्ष अपनी याचिकाओं में पहले भी उल्लेख किया था। साथ ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार (20 अक्टूबर) को कहा कि सिद्धू को लुधियाना की अदालत में पेश होने के लिए सुरक्षा मुहैया करवाई जाएगी।