डेस्क। इस साल नौ राज्यों में होने वाले चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha Elections) से पहले भाजपा अपनी पहुंच बढ़ाने की रणनीति तैयार करने में लगा हुआ है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को पार्टी सदस्यों से यह भी कहा है कि वे बगैर किसी चुनावी लाभ की लालसा के हाशिए पर पड़े लोगों तक जरुर जाएं। अल्पसंख्यक समुदायों (Minority Communities) सहित समाज के हर तबके तक अपनी पहुंच भी बनाएं।
इसी के साथ बैठक में मौजूद एक सूत्र ने यह भी बताया कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी (BJP national executive) को संबोधित करते हुए मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे बदले में वोट की उम्मीद किए बिना पसमांदा, बोहरा, मुस्लिम पेशेवरों और शिक्षित मुसलमानों तक भी पहुंचें। साथ ही सूत्र के मुताबिक, “यह आह्वान मुख्य रूप से इन समुदायों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए भी किया गया था।”
आपको बता दें भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पिछली बैठक जुलाई 2022 में हैदराबाद (Hyderabad) में हुई थी। उस बैठक में भी प्रधानमंत्री मोदी ने इसी लाइन पर जोर देते हुए भाषण दिया था। तब उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह आग्रह किया था कि वह पसमांदा मुसलमानों जैसे अल्पसंख्यकों तक पहुंचें और केरल में ईसाई समुदाय के साथ काम करने के तरीके की खोज भी करें। बीजेपी ने तब उत्तर प्रदेश और बिहार में पसमांदा मुसलमानों के लिए एक आउटरीच कार्यक्रम भी शुरू किया था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केंद्र की योजनाएं उन तक न पहुंच सके।
मोदी के संबोधन के बारे में मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Maharashtra Deputy Chief Minister) ने यह भी कहा: “प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें समाज के सभी वर्गों तक संवेदनशीलता से पहुंचने की जरूरत भी है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसा करते वक्त हमें सिर्फ वोट के बारे में ही सोचने की जरूरत नहीं है बल्कि हमें समाज के सभी वर्गों के लिए काम करते रहने की जरूरत है।”