RJD-JDU: बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के नेता नीतीश कुमार ने गुरुवार (15 दिसंबर) को JDU विधायक दल की बैठक में अपनी पार्टी के सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ विलय की अटकलों को खारिज कर सभी अटकलों का विखंडन कर दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि मैं 2015 में विलय को लेकर गंभीर था लेकिन अब यह असंभव ही है।
वहीं हाल ही में, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-यूनाइटेड के संस्थापकों में से एक ने घोषणा की है कि वह किसी पद के दावेदार नहीं हैं और तेजस्वी को पदोन्नत भी किया जाना चाहिए। वहीं उनकी टिप्पणी से विलय को लेकर अटकलें भी तेज हो गईं थीं।
पर अब सीएम नीतीश ने कहा है कि जदयू-राजद का कोई विलय नहीं होगा वहीं जदयू खुद बड़ी पार्टी है और इसकी अलग पहचान भी है। उन्होंने यह भीं कहा कि इस तरह का कोई विचार या प्रस्ताव नहीं है। और साथ ही उन्होंने आश्चर्य जताया है कि यह बात कहां से आई। साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने कहा, साल 2014-15 में हम लोगों ने प्रयास किया था वह सफल नहीं रहा।
जानकारी के लिए बता दें इससे पहले जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी विलय की अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के विरोधी दलों का लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने का होना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अगर राज्य में अगले विधानसभा चुनाव से पहले राजद या किसी के साथ विलय होता है तो यह आत्मघाती साबित होगा।