Bihar – बिहार का बेगूसराय जिला इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। कल यानी मंगलवार के दिन यहां ताबड़तोड़ 11 लोगो पर गोली बरसाई गई। इस घटना ने बिहार में हलचल मचा दी और विपक्षी पार्टी बिहार की नई सरकार पर हावी हो गई। विपक्ष ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा यह पहली बार हुआ है आज से पहले कभी भी बिहार में ऐसा दृश्य नही देंखने को मिला है।
वही इस घटना पर पुलिस ने अपना बयान देते हुए कहा, अपराधी अज्ञात थे। उन्होंने 30 किलोमीटर का दायरा सुनिश्चित किया था। उस दायरे में वह अपनी मोटरसाइकिल से निकले और उन्हें जो भी मिला उसपर उन्होंने गोली बरसा दी। यह घटना मुख्य रूप से नेशनल हाइवे 31 और 28 पर हुई है. फुलवरिया, बछवाड़ा, तेघड़ा और चकिया थाना क्षेत्र के ये इलाक़े है।
अपराधियों ने घटना के लिये शाम का समय सुनिश्चित किया था। घटना करीब 5:30 बजे की थी। घटना वहीं हुई जहाँ हाजीपुर पिपरा देवस निवासी चंदन कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी. चंदन कुमार बरौनी के रहने वाले थे। दो अज्ञात अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। इस घटना में अपराधियों ने 11 लोगो पर गोली चलाई। इस घटना में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई है।
घटना पर अपना पक्ष रखते हुए बीजेपी ने सरकार की आलोचन की है और घटना के विरोध में बेगूसराय बंद का आह्वान किया है। लोगो को पहले ऐसा अनुभव हुआ कि यह लोग आपसी दुश्मनी के कारण इस प्रकार गोली चला रहे हैं। लेकिन बाद में जब यह सिलसिला चलता रहा तब लोगो के मन मे इसको लेकर खौफ बैठ गया।
इस घटना के बाद बेगूसराय से बीजेपी के लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, बेगूसराय और बिहार में मौत के तांडव के बीच कुंभकर्ण की नींद में सो रही नीतीश सरकार को जगाने के लिए बेगूसराय बीजेपी और आम लोगों ने कल (बुधवार) बेगूसराय बंद का आह्वान किया है….आप सभी से सहयोग का अनुरोध है।
बेगूसराय और बिहार में मौत के तांडव के बीच कुंभकर्ण की नींद में सो रही नीतीश सरकार को जगाने के लिए बेगूसराय बीजेपी और आम लोगों ने कल (बुधवार) बेगूसराय बंद का आह्वान किया है….आप सभी से सहयोग का अनुरोध है।
— Shandilya Giriraj Singh (मोदी का परिवार) (@girirajsinghbjp) September 13, 2022
वही इस मामले पर राकेश सिन्हा ने ट्वीट कर कहा है, ”पुलिस प्रशासन को चेताया था कि राजनीति अपराध और ठेकेदारी का गठजोड़ फिर बेगूसराय को साठ के दशक में ले जा रहा है, जब हत्या आम बात थी. आज गोलियों की बौछार ने दर्जन भर लोगों को घायल किया और मौत भी हुई. सख़्त करवाई की ज़रूरत है।