डेस्क। उत्तर प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का पता लगाने के लिए सर्वे जारी है जिसको लेकर वीएचपी नेता साध्वी प्राची का विवादित बयान देखने को मिला है। उनका कहना है कि ज्यादातर मदरसे आतंकी गतिविधियों से जुड़े हैं, इसलिए इनका सर्वे करवाना बहुत जरूरी हो गया है।
उन्होंने यह कहा कि, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मदरसों पर जो सर्वे करवाया है, वह इसलिए करवाया जा रहा है क्योंकि ज्यादातर मदरसे आतंकी गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। वहीं विशेषकर देवबंद और यूपी में बहुत से ऐसे मदरसे भी हैं जो अवैध रूप से चल रहे हैं, जिनका सर्वे करवाना बहुत जरूरी हो गया है।”
मदरसों के सर्वे का सपा और एआईएमआईए के कई नेताओं ने विरोध भी किया है। आईएमआईए प्रमुख असदुद्दीन ने खुद यह भी आरोप लगाया हैं कि, बीजेपी मुसलमानों को निशाना बनाने के मकसद से यह सब करने में लगी है। उन्होंने तो यह भी कहा था कि अगर मदरसों के सर्वे किए जाएंगे तो हिंदू मठों का भी सर्वे किया जाना चाहिए।
इसके अलावा साध्वी प्राची से पहले मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने मदरसों के सर्वे का विरोध करते हुए कहा था कि कभी भारत के मदरसों में एके-47 या बम-बारूद मिला है क्या। उन्होंने यह भी कहा कि वहां तो शराफत और अमन की तालीम दी जाती है और मदरसों को बदनाम करने के मकसद से कहा जा रहा है कि उनकी टेरर फंडिंग होती है।