Breakingnews – PFI पर लगे बैन को लेकर जहां कई लोग केंद्र की मोदी सरकार की सराहना कर रहे है। वही कई लोग ऐसे है जो केंद्र के इस फैसले पर आरएसएस को आड़े हाथ ले रहे हैं। जहां अभी लालू प्रसाद ने पीएफआई बैन के बाद आरएसएस बैन की मांग उठाई थी।
वही अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है और आरएसएस को बैन करने की बात कही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा, केन्द्र द्वारा पीपुल्स फ्रण्ट आफ इण्डिया (पीएफआई) पर देश भर में कई प्रकार से टारगेट करके अन्ततः अब विधानसभा चुनावों से पहले उसे उसके आठ सहयोगी संगठनों के साथ प्रतिबन्ध लगा दिया है, उसे राजनीतिक स्वार्थ व संघ तुष्टीकरण की नीति मानकर यहाँ लोगों में संतोष कम व बेचैनी ज्यादा है।
2. यही कारण है कि विपक्षी पार्टियाँ सरकार की नीयत में खोट मानकर इस मुद्दे पर भी आक्रोशित व हमलावर हैं और आरएसएस पर भी बैन लगाने की माँग खुलेआम हो रही है कि अगर पीएफआई देश की आन्तरिक सुरक्षा के लिए खतरा है तो उस जैसी अन्य संगठनों पर भी बैन क्यों नहीं लगना चाहिए?
— Mayawati (@Mayawati) September 30, 2022
उन्होंने आगे कहा, यही कारण है कि विपक्षी पार्टियाँ सरकार की नीयत में खोट मानकर इस मुद्दे पर भी आक्रोशित व हमलावर हैं और आरएसएस पर भी बैन लगाने की माँग खुलेआम हो रही है कि अगर पीएफआई देश की आन्तरिक सुरक्षा के लिए खतरा है तो उस जैसी अन्य संगठनों पर भी बैन क्यों नहीं लगना चाहिए?
मायावती के इस ट्वीट पर यूजर जमकर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। एक यूजर कहता है कि बसपा के अलावा किसी पार्टी मे खुलेआम ये बोलने की हिम्मत नही क्योकि सभी संघ की ही विचारधारा पर चलती है।
वही एक अन्य यूजर कहता है कि , राजनीति कि एक हद हो तो उसे स्वस्थ राजनीति कहते है लेकिन इसी राजनीति के लिए सारी हदे तोड़ दिए जाये तो उसे सत्ता कि भूख कहते है। यह कोई एक पार्टी नही सभी कर रही है और इसका खामियाजा नई आने वाली पीढ़ी को भुगतान पड़ेगा।