इतिहास– जोधा अकबर की प्रेम कहानी काफी प्रचलित रही है। हर कोई उन्हें मिशाल मानता था। क्योंकि जोधा हिन्दू धर्म से जुड़ी हुई थीं और उनकी शादी एक मुगल से हुई थी। इन्होंने मुगल बादशाह अकबर का दिल अपनी सूज बूझ से जीत लिया था। जिसके बाद इन्हें मालिक ए हिन्द बनाया गया।
जोधा बाई का जन्म 1542 में हुआ था। इन्हें हरका बाई के नाम से इतिहास में जाना जाता है। वहीं मुगल इतिहास में उन्हें मरियम उज जमानी कहा जाता है। उन्हें यह उपाधि उनके बेटे जहांगीर के जन्म के बाद मिली थी।
जोधा बाई का मुगल घराने में बहुत सम्मान होता था। वह हिन्दू धर्म की थीं और उन्होंने अकबर से शादी के बाद कभी भी मुस्लिम धर्म नहीं अपनाया। वहीं अकबर उनके धर्म और उनके संस्कारों का बहुत अधिक सम्मान करते थे। अपनी सूझ बूझ के चलते वह पूरे मुगल साम्राज्य में पहचानी जाने लगी और अकबर ने उन्हें कई बड़ी उपाधियों से नवाजा था।
अगर हम जोधा बाई की पढ़ाई की बात करें तो वह बहुत अधिक पढ़ी लिखी नहीं थीं। लेकिन फिर भी वह काफी विद्वान थीं और उनके बताए रास्ते हमेशा मुगल बादशाह को पसन्द आते थे। इतिहास में जोधा बाई की पढ़ाई से सम्बंधित कोई जानकारी नहीं उपलब्ध है। जोधा बाई की मौत 1662 में हुई थी।