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Join NowWiaan Mulder: एक अविश्वसनीय पारी जिसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया! दक्षिण अफ्रीका के कप्तान वायान मुल्डर ने सिर्फ 21वां टेस्ट खेलते हुए जिम्बाब्वे के खिलाफ बुलावायो में 367 रनों की ऐतिहासिक नाबाद पारी खेली। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पांचवां सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। मुल्डर, जो ब्रायन लारा के 400 के विश्व रिकॉर्ड से सिर्फ 33 रन दूर थे, ने लंच के समय दक्षिण अफ्रीका के 626/5 के स्कोर पर पारी घोषित कर दी। यह कारनामा टेस्ट क्रिकेट के दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण रहा।**
इस शानदार प्रदर्शन के साथ, मुल्डर टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक (triple-century) बनाने वाले 29वें खिलाड़ी और दक्षिण अफ्रीका के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले हाशिम अमला ने 2012 में 311* रनों की पारी खेली थी। पहले दिन 264* पर नाबाद रहने वाले मुल्डर ने दूसरे दिन के पहले घंटे में 297 गेंदों पर अपना तिहरा शतक पूरा किया, जो वीरेंद्र सहवाग के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2008 में बनाए गए 278 गेंदों के रिकॉर्ड के बाद दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक है।
इसके बाद मुल्डर ने नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने आए काइल वेर्रेन के साथ मिलकर अगले 67 रन सिर्फ 37 गेंदों में बना डाले। लंच से पहले, मुल्डर ने लेन हटन (364) और गारफील्ड सोबर्स (365*) के स्कोर को पार कर लिया था। इस समय, वे टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष 5 में शामिल हो गए, जिनमें केवल महेला जयवर्धने (374), लारा (375), मैथ्यू हेडन (380) और लारा (400*) उनसे आगे थे।
मुल्डर के रन अविश्वसनीय गति से आए, जिसमें 49 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उनकी 109.88 की स्ट्राइक रेट (strike rate) टेस्ट क्रिकेट में किसी भी तिहरे शतक बनाने वाले बल्लेबाज के लिए सर्वश्रेष्ठ है। चोटिल केशव महाराज की जगह कप्तानी कर रहे मुल्डर दक्षिण अफ्रीका के ऐसे पहले कप्तान भी हैं जिन्होंने टेस्ट में तिहरा शतक जड़ा है।
यह पारी न केवल वायान मुल्डर के लिए बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के लिए भी एक यादगार पल बन गई है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता ने सबको प्रभावित किया है। इस प्रदर्शन ने निश्चित रूप से क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जगह बना ली है और भविष्य में और भी रोमांचक प्रदर्शन की उम्मीद जगा दी है।