Utkal Ranjan Sahu: DGP उत्कल रंजन साहू बने RPSC अध्यक्ष, नए DGP के लिए दिल्ली भेजी गई लिस्ट, जानें कौन है आगे

Published On: June 10, 2025
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Utkal Ranjan Sahu: DGP उत्कल रंजन साहू बने RPSC अध्यक्ष, नए DGP के लिए दिल्ली भेजी गई लिस्ट, जानें कौन है आगे
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Utkal Ranjan Sahu: राजस्थान [Rajasthan] की प्रशासनिक व्यवस्था [Administrative System] में एक बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव (Big Change) हुआ है। राज्य के माननीय राज्यपाल, श्री हरिभाऊ बागडे (Haribhau Bagade) ने मंगलवार सुबह एक आदेश जारी करते हुए, वर्तमान पुलिस महानिदेशक (DGP – Director General of Police) श्री उत्कल रंजन साहू (Utkal Ranjan Sahu) को राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC – Rajasthan Public Service Commission) का नया अध्यक्ष (Chairman) नियुक्त कर दिया है। साहू की यह नियुक्ति तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है।

उत्कल रंजन साहू (Utkal Ranjan Sahu) की इस नई जिम्मेदारी के बाद, राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) में अब सबसे बड़ा पद, यानी पुलिस महानिदेशक (DGP) का पद खाली हो गया है। इससे राजस्थान पुलिस में बड़े पैमाने पर फेरबदल (Major Reshuffle) और बदलाव (Changes) की तैयारी शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार, राजस्थान के नए DGP (New DGP Rajasthan) कौन होंगे, इसकी रेस (Race) में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी (Senior IPS Officers) सबसे आगे चल रहे हैं। इनमें संजय अग्रवाल (Sanjay Agarwal) और राजीव शर्मा (Rajeev Sharma) का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि नए DGP (New DGP) के लिए संभावित नामों का एक पैनल (Panel of Names) मंजूरी के लिए दिल्ली [Delhi] भेजा गया है और जल्द ही राजस्थान पुलिस के नए मुखिया (New Police Chief of Rajasthan) के नाम का आधिकारिक ऐलान (Official Announcement) हो सकता है।

उत्कल रंजन साहू: एक परिचय

श्री उत्कल रंजन साहू (Utkal Ranjan Sahu) साल 1988 बैच (1988 Batch) के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी हैं। वे मूल रूप से ओडिशा (Odisha) राज्य के रहने वाले हैं।

उन्होंने राजस्थान पुलिस सेवा (Rajasthan Police Service) में अपनी यात्रा 18 नवंबर 1991 को जोधपुर (Jodhpur) में सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP – Assistant Superintendent of Police) के पद से शुरू की थी। अपनी सेवा के दौरान, उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों (Districts) में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वे सीकर (Sikar), हनुमानगढ़ (Hanumangarh), बाड़मेर (Barmer), बांसवाड़ा (Banswara), श्रीगंगानगर (Sriganganagar), भीलवाड़ा (Bhilwara), धौलपुर (Dholpur) और जोधपुर (Jodhpur) जैसे जिलों में पुलिस अधीक्षक (SP – Superintendent of Police) के पद पर तैनात रहे हैं।

उन्हें जून 2020 में पुलिस महानिदेशक (DG – Director General) रैंक पर पदोन्नति (Promotion) मिली थी। डीजी रैंक पर पदोन्नति से पहले, वे लगभग ढाई साल (2.5 years) तक डायरेक्टर जनरल होमगार्ड (DG Home Guard) जैसे महत्वपूर्ण पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।

स्थायी DGP के तौर पर 2024 में हुई थी नियुक्ति

श्री उत्कल रंजन साहू (Utkal Ranjan Sahu) को 29 दिसंबर 2023 को राजस्थान (Rajasthan) के पुलिस महानिदेशक (DGP) का अतिरिक्त कार्यभार (Additional Charge) सौंपा गया था। यह तब हुआ था जब राज्य के तत्कालीन DGP, श्री उमेश मिश्रा (Umesh Mishra) ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (Voluntary Retirement – VRS) ले ली थी। इसके बाद, 10 फरवरी 2024 को कार्मिक विभाग (Department of Personnel) ने आधिकारिक आदेश जारी करते हुए श्री उत्कल रंजन साहू (Utkal Ranjan Sahu) को दो साल (2 years) की अवधि के लिए राजस्थान का स्थायी DGP (Permanent DGP Rajasthan) नियुक्त किया था। हालांकि, अब वे RPSC (RPSC Chairman) के अध्यक्ष बन गए हैं, जिससे उनका DGP के पद पर कार्यकाल समय से पहले समाप्त हो गया है।

RPSC चेयरमैन की नियुक्ति पर पूर्व सीएम गहलोत ने उठाया था मुद्दा

यह दिलचस्प है कि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM of Rajasthan), श्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने उत्कल रंजन साहू (Utkal Ranjan Sahu) की RPSC अध्यक्ष (RPSC Chairman) के तौर पर नियुक्ति से ठीक एक दिन पहले ही, इस पद पर नियुक्ति में हो रही देरी का मुद्दा उठाया था।

अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर पोस्ट [Ashok Gehlot Tweet/Post] लिखकर भाजपा सरकार (BJP Government) की आलोचना की थी। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा था कि भाजपा नेताओं ने विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले युवाओं को गुमराह करने और कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाने के लिए RPSC (RPSC) में सकारात्मक बदलाव करने और परीक्षा व भर्ती प्रक्रिया (Exam and Recruitment Process) को तेज़ करने का वादा किया था।

गहलोत (Gehlot) ने आगे लिखा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार 10 महीने का कार्यकाल (10 months tenure) पूरा करने के बावजूद RPSC (RPSC) के लिए नया चेयरमैन (New Chairman) तक नियुक्त नहीं कर पाई है और न ही सदस्यों के रिक्त पदों (Vacant Member Posts) को भर पाई है। उन्होंने यह भी कहा था कि पेपर लीक (Paper Leak) के आरोप में गिरफ्तार हुए एक निलंबित सदस्य (Suspended Member) को भी सरकार अभी तक बर्खास्त (Dismiss) नहीं करवा सकी है। गहलोत ने चिंता जताते हुए कहा था कि RPSC में रिक्त पदों (Vacant Posts in RPSC) के कारण विभिन्न भर्तियों (Recruitments) में देरी हो रही है और जिन भर्तियों के इंटरव्यू (Interviews) चल रहे हैं, उनमें कई-कई महीने लग रहे हैं, जिससे बेरोज़गार युवाओं (Unemployed Youth) का इंतज़ार लंबा होता जा रहा है। उन्होंने इसे भाजपा की कथनी और करनी में अंतर बताया था और कहा था कि इससे युवाओं में आक्रोश (Anger among Youth) है।

पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister) की इस पोस्ट के ठीक अगले दिन DGP उत्कल रंजन साहू (DGP Utkal Ranjan Sahu) की RPSC चेयरमैन (RPSC Chairman) के पद पर नियुक्ति को एक राजनीतिक कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है, हालांकि इसका कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं है।

अब सभी की निगाहें राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) पर टिकी हैं कि वह कब राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) के नए मुखिया (New Chief) के नाम का ऐलान करती है और पुलिस विभाग (Police Department) में क्या अन्य प्रशासनिक बदलाव (Administrative Changes) देखने को मिलते हैं।

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