Kerala Assembly Elections: केरल के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों सबसे बड़ी चर्चा नीलामबुर विधानसभा क्षेत्र (Nilambur Assembly Constituency) में हुए उपचुनाव (Nilambur By-election 2025) के परिणाम की है। मलप्पुरम जिले (Malappuram District Kerala) की यह सीट इस बार त्रिकोणीय (या चतुष्कोणीय) मुकाबले के कारण बेहद महत्वपूर्ण हो गई है, जिससे राज्य की सियासी गहमागहमी चरम पर है। लगभग एक साल के भीतर होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव (Local Body Elections Kerala) और महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव (Kerala Assembly Elections) से पहले, इस परिणाम पर सभी प्रमुख राजनीतिक मोर्चों की निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यह आने वाले समय के राजनीतिक रुझानों (Political Trends Kerala) का संकेत देगा।
पोस्टल वोटों में यूडीएफ उम्मीदवार आगे (UDF Candidate Leads in Postal Votes):
मतगणना (Vote Counting Live) के शुरुआती रुझान सामने आ गए हैं। सबसे पहले पोस्टल वोटों (Postal Vote Counting Kerala) की गिनती शुरू हुई, जिसके तहत कांग्रेस (Indian National Congress – INC) के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF – United Democratic Front) के उम्मीदवार आर्यदान शौकत (Aryadan Shoukath) ने बढ़त हासिल कर ली है। उन्हें 336 वोटों (336 Vote Lead) की शुरुआती लीड मिली है, जो उनके समर्थकों में उत्साह भर रहा है। हालांकि, यह शुरुआती बढ़त है और परिणाम पल पल बदल सकते हैं, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM – Electronic Voting Machine) से वोटों की गिनती (EVM Vote Counting Live) भी अब शुरू हो चुकी है।
मतगणना केंद्र और प्रक्रिया (Vote Counting Centre and Process):
मतगणना नीलामबुर के चुंगातारा मारथोमा हायर सेकेंडरी स्कूल (Chungathara Marthoma Higher Secondary School) में चल रही है। सबसे पहले पोस्टल और सर्विस वोटों (Service Votes Counting) की गिनती की गई, जिसकी कुल संख्या लगभग 1500 (1500 Postal Votes) है। इसके बाद, 14 टेबलों पर ईवीएम (14 Tables for EVM Counting) में डाले गए वोटों की गिनती शुरू होगी। चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि पहले 7 राउंड (First 7 Rounds Nilambur Counting) उन क्षेत्रों से आएंगे जहां यूडीएफ (UDF Stronghold Areas) अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में बड़ी बढ़त हासिल करने की उम्मीद कर रहा है। इन शुरुआती रुझानों के बाद ही लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF – Left Democratic Front) के गढ़ (LDF Stronghold Areas) माने जाने वाले क्षेत्रों के वोटों की गिनती शुरू होगी, जो समीकरण बदल सकती है।
रिकॉर्ड मतदान और महिला वोटरों का प्रभाव (Record Turnout and Women Voters’ Impact):
नीलामबुर उपचुनाव (Nilambur By-election Voter Turnout) में रिकॉर्ड 75.27% मतदान (75.27% Polling Percentage) हुआ है, जिसमें कुल 1,74,667 मतदाताओं (1,74,667 Voters) ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह नीलामबुर निर्वाचन क्षेत्र के इतिहास (Nilambur Constituency History) में अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है, जो इस चुनाव के प्रति मतदाताओं के उत्साह को दर्शाता है। एक और दिलचस्प आंकड़ा यह है कि पुरुषों की तुलना में 12,631 अधिक महिलाओं (12,631 More Women Voted) द्वारा मतदान किया गया। कई राजनीतिक विश्लेषकों (Political Analysts Kerala) का मानना है कि यह चुनावी समीकरणों में बड़े अड़चन या ‘अडियॉज़्हुक्कुकल’ (अंदरूनी रुझान/अंडरकरंट) (Undercurrent in Kerala Elections) का संकेत हो सकता है, जिससे किसी एक मोर्चे को अप्रत्याशित फायदा मिल सकता है।
प्रमुख दलों की जीत की भविष्यवाणियां (Major Parties’ Victory Predictions):
चुनाव परिणाम से पहले ही, प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी जीत के दावे और आंकड़े पेश करना शुरू कर दिया है:
- यूडीएफ (UDF Prediction): यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को उम्मीद है कि वह 8,000 वोटों (8,000 Vote Margin UDF) के बड़े अंतर से जीत हासिल करेगा, और वे इसे 25,000 वोटों तक (UDF Hopes for 25,000 Vote Lead) पहुंचाने की उम्मीद कर रहे हैं।
- एलडीएफ (LDF Prediction): वहीं, सत्ताधारी लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट को 2,000 वोटों (LDF Expects 2,000 Vote Majority) के मामूली बहुमत की उम्मीद है। सीपीएम राज्य सचिवालय (CPM State Secretariat) ने भी अपने आकलन में एलडीएफ की जीत (LDF Victory Claim) का दावा किया है, जिससे उनके आत्मविश्वास का पता चलता है।
- एनडीए (NDA Prediction): नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (NDA – National Democratic Alliance) को उम्मीद है कि वे इस उपचुनाव में अपना वोट शेयर (NDA Increase Vote Share) बढ़ा पाएंगे और केरल की राजनीति (Kerala Politics) में अपनी जगह मज़बूत करेंगे।
- निर्दलीय पी.वी. अनवर का प्रभाव (Impact of Independent P.V. Anvar): पूर्व वामपंथी निर्दलीय पी.वी. अनवर (P.V. Anvar Independent) के खेमे (P.V. Anvar Camp) का कहना है कि वे 25,000 से 30,000 वोट (25,000-30,000 Votes for P.V. Anvar) तक हासिल करेंगे। हालांकि, प्रमुख राजनीतिक मोर्चों (Political Fronts Nilambur) का मानना है कि यह आंकड़ा अधिकतम 15,000 तक (Maximum 15,000 Votes for Independent) ही रहेगा। इस निर्दलीय उम्मीदवार (Independent Candidate Impact) के वोटों का प्रभाव किस मोर्चे पर पड़ेगा, इस बारे में अभी कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से परिणाम को प्रभावित करेगा।
प्रमुख उम्मीदवार और उपचुनाव का कारण (Key Candidates and Reason for By-election):
नीलामबुर उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार (Total 10 Candidates Nilambur) मैदान में थे। प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं:
- यूडीएफ उम्मीदवार: आर्यदान शौकत
- एलडीएफ उम्मीदवार: एम. स्वाराज (M. Swaraj LDF)
- एनडीए उम्मीदवार: मोहन जॉर्ज (Mohan George NDA)
- निर्दलीय उम्मीदवार: पी.वी. अनवर
यह उपचुनाव वामपंथी निर्दलीय पी.वी. अनवर (P.V. Anvar Resignation) के इस्तीफे के कारण हुआ है, जिन्होंने सरकार के साथ टकराव (Clash with Kerala Government) के बाद विधायक पद से इस्तीफा दिया था।
नीलामबुर उपचुनाव (Nilambur By-election Result Significance) का यह परिणाम राज्य की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। सभी की निगाहें अंतिम परिणाम (Final Election Result Kerala) पर हैं, जो आने वाले समय में केरल की राजनीति (Kerala Politics 2025) को एक नई दिशा दे सकता है।