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Join NowHyderabad spurious liquor: हैदराबाद से आई एक बेहद दुखद खबर ने पूरे शहर में दहशत का माहौल बना दिया है। शहर के कूकटपल्ली क्षेत्र (Kukatpally Area) में नकली शराब (Spurious Liquor) के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। इस भयावह घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतकों की पहचान स्वरूप (56), तुलसीराम (47), चकली बोज्जय्या (55), नारायणम्मा (65), मोनिका (25) और नारायण के रूप में हुई है। ये सभी दुर्भाग्यपूर्ण व्यक्ति एचएमटी हिल्स के तहत सायचरण कॉलोनी के निवासी थे।
घटना का विवरण: कैसे फैली मौत की लहर?
यह दुखद सिलसिला 7 जुलाई की शाम को शुरू हुआ, जब कूकटपल्ली, बालानगर, हैदरनगर, शमशीगुडा और भाग्यनगर कॉलोनी के स्थानीय शराब ठेकों (Liquor Shops) से कुछ लोगों ने शराब का सेवन किया। अगले दिन सुबह से ही, कई लोग पेट में तेज दर्द, उल्टी, दस्त और निम्न रक्तचाप (Low Blood Pressure) जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित होने लगे। लोगों की बिगड़ती हालत को देखते हुए, स्थानीय लोगों ने तुरंत प्रभावित व्यक्तियों को कूकटपल्ली के रांदेव राव अस्पताल (Rendev Rao Hospital) में भर्ती कराया। गंभीर रूप से बीमार कुछ मरीजों को निम्स (NIMS) और गांधी अस्पताल (Gandhi Hospital) में स्थानांतरित किया गया, ताकि उन्हें बेहतर इलाज मिल सके।
प्रशासन की कार्रवाई: 5 संदिग्ध हिरासत में, शराब की दुकानें सील!
इस मामले में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है। नकली शराब के सेवन से अब तक कुल 19 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से दुर्भाग्यवश 6 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 2 अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है और वे जीवन-मरण के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
आबकारी और पुलिस विभाग ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पांच संदिग्धों – नागेश गौड़, बी. श्रीनिवास गौड़, टी. श्रीनिवास गौड़, टी. कुमार गौड़ और लीगल रमेश को हिरासत में लिया है। पूछताछ के दौरान उनसे महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही, तीन शराब ठेकों को सील कर दिया गया है, जहां से शराब बेची गई थी। अधिकारियों ने मौके से 600 लीटर नकली शराब जब्त की है और जांच के लिए शराब के नमूनों को प्रयोगशाला (Laboratory) में भेजा गया है ताकि असली दोषियों का पता लगाया जा सके।
आबकारी मंत्री का आश्वासन: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम!
राज्य के आबकारी मंत्री जूपल्ली कृष्णाराव (Jupally Krishna Rao) ने निम्स अस्पताल पहुंचकर भर्ती मरीजों का हाल जाना और डॉक्टरों को उनके बेहतर इलाज के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। मंत्री के इस बयान से प्रभावित परिवारों को थोड़ी राहत मिली होगी।
कानूनी कार्रवाई: दर्ज हुए मामले, जांच जारी!
कूकटपल्ली पुलिस स्टेशन में इस घटना के संबंध में कई आपराधिक मामले (Criminal Cases) दर्ज किए गए हैं। मृतक तुलसीराम की पत्नी अनिता और मृतक स्वरूप के बेटे प्रेमानंदचारी ने अपनी शिकायत में नकली शराब को मौत का कारण बताते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस और आबकारी विभाग संयुक्त रूप से इस दुखद घटना की जांच कर रहे हैं ताकि इस त्रासदी (Tragedy) के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके और उन्हें सजा दी जा सके।
यह घटना नकली शराब के कारोबार और उस पर नियंत्रण की कमी की ओर इशारा करती है। सरकार और प्रशासन पर यह सुनिश्चित करने का दबाव होगा कि ऐसे मामले दोबारा न हों और लोगों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
सुरक्षा और नियमन पर सवाल!
इस घटना ने एक बार फिर से शराब की बिक्री और नियमन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह महत्वपूर्ण है कि प्रशासन शराब की गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी रखे और नकली शराब के निर्माण और बिक्री पर लगाम लगाए।