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Join NowHaryana tourism: दिल्ली के शोर और भीड़भाड़ से कुछ ही दूर, गुरुग्राम और नूंह जिलों में फैली अरावली की प्राचीन पहाड़ियों में एक अभूतपूर्व परियोजना आकार ले रही है। हरियाणा सरकार, केंद्र के सहयोग से, यहां एशिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी (Asia’s largest jungle safari) स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। यह विशाल सफारी न केवल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के पर्यटन मानचित्र को हमेशा के लिए बदल देगी, बल्कि वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संतुलन की दिशा में भी एक मील का पत्थर साबित होगी। इस परियोजना की प्रेरणा गुजरात के जामनगर में उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी द्वारा संचालित विश्व-प्रसिद्ध ‘वनतारा’ जंगल सफारी और पुनर्वास केंद्र से ली गई है।
अनंत अंबानी का ‘वनतारा’ बना प्रेरणास्रोत
इस विशाल परियोजना को धरातल पर उतारने की गंभीरता इसी बात से समझी जा सकती है कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, वर्तमान मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी और राज्य के वन मंत्री श्री राव नरबीर सिंह ने गुजरात स्थित वनतारा का विशेष दौरा किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य वनतारा में अपनाई जा रही अत्याधुनिक तकनीकों, विशाल संसाधनों के प्रबंधन और सफल संचालन प्रणालियों का गहन अध्ययन करना था।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जामनगर स्थित वनतारा की जमकर प्रशंसा की और इसे वन्यजीव प्रेम और संरक्षण का एक अद्वितीय उदाहरण बताया। अनंत अंबानी द्वारा संचालित यह केंद्र, जो न केवल एक सफारी है बल्कि घायल और लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए एक पुनर्वास केंद्र भी है, ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि उन्होंने गुरुग्राम में 3,000 एकड़ में इसी तरह की एक विश्व स्तरीय जंगल सफारी बनाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने वनतारा को एक ऐसे प्रेरणादायी मॉडल के रूप में देखा है जिसे पूरे देश में दोहराया जा सकता है, ताकि मानव और वन्यजीवों के बीच एक सामंजस्यपूर्ण संबंध स्थापित हो सके।
गुरुग्राम-नूंह में साकार होगा सबसे बड़ा सपना
मुख्यमंत्री नायब सैनी का यह दौरा गुरुग्राम में प्रस्तावित एशिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी (largest jungle safari in Asia) के सपने को हकीकत में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि यह परियोजना न केवल масштаब में बड़ी हो, बल्कि पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ और वन्यजीवों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित भी हो।
श्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “दिल्ली से निकटता के कारण गुरुग्राम में इस तरह की जंगल सफारी न केवल देश और दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करेगी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।” यह सफारी दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों के निवासियों के लिए एक शानदार वीकेंड गेटअवे (weekend getaway) बनेगी।
अरावली की पहाड़ियों में छिपा खजाना
वन मंत्री राव नरबीर सिंह के अनुसार, अरावली की यह प्रस्तावित सफारी साइट पहले से ही समृद्ध जैव विविधता का घर है। इस क्षेत्र में तेंदुआ, सियार, नीलगाय, और सैकड़ों प्रकार की देशी-विदेशी पक्षी प्रजातियां स्वाभाविक रूप से निवास करती हैं। एक संगठित सफारी के निर्माण से इन प्रजातियों के संरक्षण को बल मिलेगा, अवैध शिकार पर रोक लगेगी और इनके प्राकृतिक आवास को और बेहतर बनाया जा सकेगा। यह परियोजना पर्यटकों को अरावली के अनछुए प्राकृतिक सौंदर्य का सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से अनुभव करने का एक अनमोल अवसर प्रदान करेगी।
यह महत्वाकांक्षी परियोजना (ambitious project) न केवल हरियाणा के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए गौरव का विषय होगी, जो देश को वन्यजीव पर्यटन (wildlife tourism) और संरक्षण के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करेगी।