Ahmedabad plane crash live updates: एक बेहद दुखद और दहला देने वाली खबर सामने आई है। गुरुवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद, लंदन के लिए रवाना हुआ एयर इंडिया का एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (Air India Boeing 787 Dreamliner) विमान मेघानीनगर इलाके में स्थित एक मेडिकल कॉलेज परिसर (Medical College Complex) में दुर्घटनाग्रस्त (Crashed) हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण विमान में 242 लोग सवार थे। हादसे की भयावहता इतनी जबरदस्त है कि शुरुआती रिपोर्ट्स और घटनास्थल के मंजर से लग रहा है कि मृतकों की संख्या (Death Toll) संभवतः 279 तक पहुंच सकती है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि (Official Confirmation) नहीं की गई है और बचाव कार्य (Rescue Operations) अभी भी जारी हैं।
यह हादसा गुरुवार दोपहर उस समय हुआ जब विमान (Aircraft) ने अहमदाबाद हवाई अड्डे (Ahmedabad Airport) से लंदन के लिए उड़ान भरी ही थी। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान नियंत्रण से बाहर हो गया और रिहायशी इलाके के पास स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में जा गिरा। टक्कर इतनी जोरदार थी कि विमान के परखच्चे उड़ गए और कॉलेज परिसर की इमारतों, विशेष रूप से हॉस्टल बिल्डिंग (Hostel Building), को भारी नुकसान पहुंचा।
एनडीआरएफ के साथ एनएसजी भी मौके पर तैनात
इस भीषण एयर इंडिया विमान दुर्घटना (Air India Plane Crash) के बाद, राहत और बचाव कार्यों (Relief and Rescue Operations) के लिए केंद्रीय और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों के अलावा, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की एक टीम को भी दुर्घटना स्थल (Crash Site) पर तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में कम से कम 265 लोगों की जान चली गई है, हालांकि आशंका जताई जा रही है कि यह आंकड़ा 279 तक जा सकता है।
आधिकारिक सूत्रों (Official Sources) के अनुसार, NSG कमांडो (NSG Commandos) की टीम को विशेष रूप से राहत कार्यों (Relief Work) में अन्य एजेंसियों, जैसे NDRF और स्थानीय प्रशासन, की सहायता के लिए भेजा गया है। यह स्पष्ट किया गया है कि NSG के पास इस मामले में कोई जांच शक्तियां (Investigative Powers) नहीं हैं; उनका काम मुख्य रूप से बचाव अभियान (Rescue Operation) में मदद करना और मलबे (Wreckage) को हटाने में सहयोग देना है।
दुर्घटनास्थल पर, खासकर हॉस्टल की क्षतिग्रस्त इमारत पर, NSG कमांडो को मलबे में तलाशी और बचाव अभियान चलाते देखा गया। विमान का पिछला हिस्सा (Tail) अभी भी हॉस्टल की इमारत में फंसा हुआ है, जो हादसे की तीव्रता को दर्शा रहा है।
इस दुखद घटना (Tragic Incident) ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है और हादसे के कारणों (Cause of Crash) का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच (Detailed Investigation) शुरू कर दी गई है। विमानन सुरक्षा एजेंसियां (Aviation Safety Agencies) दुर्घटना के कारणों की जांच करेंगी, जिसमें ब्लैक बॉक्स डेटा (Black Box Data) का विश्लेषण शामिल होगा। इस बीच, प्रभावित परिवारों के लिए सहायता और समर्थन जुटाया जा रहा है। यह एयर इंडिया के इतिहास (Air India History) में सबसे भयानक हादसों में से एक है।
हादसे के बाद, राजकोट जैसे शहरों में भी शोक व्यक्त करने के लिए बाजार बंद रखे गए, जिससे इस दुखद घटना का व्यापक प्रभाव दिखाई दिया। पूरी दुनिया की नजरें इस दुर्घटना पर टिकी हैं और सभी प्रभावितों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।