तेजस एक्सप्रेस में अब कोहरे की वजह से देरी होने पर नहीं मिलेगा रिफंड! जानिए क्यों लिया गया ये फैसला
क्या आप तेजस एक्सप्रेस से सफर करने वाले हैं? अगर हाँ, तो ये खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है। सर्दियों में कोहरे की वजह से ट्रेनों के लेट होने की समस्या आम बात है, और तेजस एक्सप्रेस भी इससे अछूती नहीं रही है। लेकिन अब एक बड़ा बदलाव हुआ है जिससे यात्रियों के जेब पर सीधा असर पड़ेगा। जी हाँ, अब तेजस एक्सप्रेस में कोहरे की वजह से देरी होने पर यात्रियों को रिफंड नहीं मिलेगा!
तेजस एक्सप्रेस का नया नियम: रिफंड की जगह बीमा!
पहले, अगर तेजस एक्सप्रेस एक घंटे से ज़्यादा लेट होती थी, तो यात्रियों को प्रति घंटे 100 रुपये का रिफंड मिलता था। दो घंटे से ज़्यादा देरी होने पर ये रकम 250 रुपये हो जाती थी। लेकिन अब रेलवे ने इस सुविधा को खत्म कर दिया है। इसके पीछे रेलवे का तर्क है कि कोहरे के कारण होने वाली देरी अपरिहार्य है और इसके लिए रिफंड देना उचित नहीं है।
इस नियम में बदलाव से रेलवे को करोड़ों रुपये की बचत होगी। पिछले कुछ सालों में, रेलवे ने कोहरे के कारण होने वाली देरी के लिए करीब 3 करोड़ रुपये का रिफंड दिया है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या यात्रियों के लिए यह बदलाव फायदेमंद है? रेलवे का दावा है कि रिफंड की जगह अब यात्रियों को बेहतर बीमा सुविधा दी जा रही है। यदि यात्री की मृत्यु हो जाती है तो 10 लाख रुपये का बीमा मिलेगा। यह एक अच्छी बात है लेकिन यात्रियों को कोहरे से होने वाली देरी की भरपाई के लिए कोई अन्य सुविधा नहीं मिल रही है।
तेजस एक्सप्रेस यात्रियों के लिए क्या विकल्प हैं?
अगर आपकी तेजस एक्सप्रेस की यात्रा कोहरे की वजह से देरी से होती है तो आपको कोई रिफंड नहीं मिलेगा, लेकिन आप अन्य विकल्प तलाश सकते हैं जैसे कि अपनी यात्रा की योजना को कोहरे के मौसम को ध्यान में रखते हुए बनाना या फिर अन्य परिवहन साधनों पर विचार करना। आप आईआरसीटीसी से भी संपर्क कर सकते हैं और अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
तेजस एक्सप्रेस की खासियतें: लग्ज़री और सुविधाओं से भरपूर!
तेजस एक्सप्रेस को देश की सबसे लग्ज़री और आरामदायक ट्रेनों में से एक माना जाता है। इस ट्रेन में आपको हवाई जहाज़ जैसी सुविधाएं मिलती हैं। इसी वजह से लोग इसके लिए ज़्यादा पैसे देने को तैयार होते हैं। लेकिन कोहरे की वजह से होने वाली देरी इसकी लोकप्रियता को कम कर सकती है।
क्या देरी के लिए यात्रियों की गलती है?
यात्रियों का कहना है की वे अधिक किराया देकर आरामदायक यात्रा चाहते हैं लेकिन देरी के कारण वो आराम से वंचित रह जाते हैं। क्या कोहरे के कारण होने वाली देरी के लिए यात्री ज़िम्मेदार है? यह एक ज़रूरी सवाल है जिस पर विचार किया जाना चाहिए।
कोहरे से निपटने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं?
कोहरे की वजह से होने वाली देरी से निपटने के लिए रेलवे कई प्रयास कर रहा है। इसमें कोहरे के लिए उपयुक्त तकनीक का इस्तेमाल, ट्रेनों की गति सीमा को कम करना और ट्रेनों के समय-सारिणी में बदलाव शामिल है। लेकिन इन उपायों के बावजूद, कोहरे की वजह से देरी होना जारी है।
तकनीकी समाधान पर ज़ोर
रेलवे कोहरे में बेहतर दृश्यता के लिए तकनीकी समाधान खोजने पर काम कर रहा है। इसके अलावा, ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए और बेहतर नियोजन और प्रबंधन की ज़रूरत है।
आगे क्या?
तेजस एक्सप्रेस में रिफंड सुविधा के बंद होने का सीधा असर यात्रियों की जेब पर पड़ेगा। भले ही रेलवे ने बीमा राशि बढ़ाई हो, लेकिन यात्रा में देरी की वजह से हुई असुविधा और समय की बर्बादी की भरपाई नहीं होती है। रेलवे को यात्रियों की मुश्किलों को समझते हुए उचित कदम उठाने चाहिए ताकि उन्हें आरामदायक और समय पर यात्रा हो सके।
यात्रियों के सुझाव
यात्रियों से अपील है की अपनी राय और सुझाव रेलवे अधिकारियों तक पहुंचाएं ताकि बेहतर यात्रा अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।
Take Away Points
- तेजस एक्सप्रेस में अब कोहरे की वजह से देरी होने पर रिफंड नहीं मिलेगा।
- रेलवे ने रिफंड की जगह बीमा राशि बढ़ा दी है।
- कोहरे से होने वाली देरी से निपटने के लिए रेलवे कई प्रयास कर रहा है।
- यात्रियों को अपनी राय और सुझाव रेलवे अधिकारियों तक पहुँचाने चाहिए।