कश्मीर में भीषण बर्फबारी: हजारों पर्यटक फंसे, सेना ने की बचाव अभियान
कश्मीर घाटी में शनिवार को हुई भीषण बर्फबारी ने आवागमन को पूरी तरह से ठप कर दिया है। हवाई, रेल और सड़क यातायात बाधित होने के साथ ही बिजली और पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है। इस भीषण बर्फबारी में हजारों पर्यटक फंस गए हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं, और कई लोगों ने ठंड में अपने वाहनों में रात बिताई है। यह दृश्य बेहद ही चिंताजनक है, लेकिन भारतीय सेना ने राहत कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भारतीय सेना का राहत और बचाव कार्य
भारतीय सेना ने प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। गुलमर्ग में मानव सहायता और आपदा राहत (HADR) अभियान चलाकर फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। लगभग 68 नागरिकों (30 महिलाएं, 30 पुरुष और 8 बच्चे) को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है और उन्हें भोजन और आश्रय भी प्रदान किया गया है। सेना की इस त्वरित कार्रवाई की जमकर तारीफ हो रही है। यह घटना दर्शाता है कि भारतीय सेना किस तरह से आपदाओं के समय में जनता की सहायता करती है। गुलमर्ग विकास प्राधिकरण (GDA) ने भी सेना के साथ मिलकर काम किया है, और उनके इस सहयोग को सराहनीय माना जा रहा है।
यातायात और संचार व्यवस्था पूरी तरह से ठप
बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नवयुग सुरंग में भी बर्फ जमा होने के कारण सफाई का काम बाधित हो रहा है। रेलवे सेवाएं भी बनिहाल-बारामुल्ला खंड पर निलंबित कर दी गई हैं। पटरियों पर भारी बर्फ जमने के कारण रेल यात्रा करना असंभव हो गया है। श्रीनगर हवाई अड्डे से आने-जाने वाली उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं। यात्रियों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त
दक्षिण कश्मीर के मैदानी इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है, जबकि मध्य कश्मीर के मैदानी इलाकों में मध्यम बर्फबारी हुई है। उत्तरी कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई है। कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। यह बर्फबारी आम जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। अधिकारी लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं और राहत कार्य में जुटे हुए हैं। लेकिन, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच यह कार्य आसान नहीं है।
भविष्य के लिए क्या तैयारियां?
इस भीषण बर्फबारी से सबक लेते हुए, भविष्य में ऐसी आपदाओं के लिए बेहतर तैयारी करने की आवश्यकता है। सरकार को ऐसे आपातकालीन संसाधन विकसित करने चाहिए ताकि ऐसे मौसम में प्रभावित लोगों तक जल्द से जल्द सहायता पहुँच सके। समय पर सटीक जानकारी देकर लोगों को सचेत करना भी जरुरी है, ताकि लोग आपदाओं के लिए खुद को तैयार रख सके। आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था करना और पर्यटकों को सचेत करना बेहद जरुरी है ताकि इस तरह की स्थिति में उनको किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पडे।
Take Away Points
- कश्मीर में भीषण बर्फबारी से हवाई, रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ।
- हजारों पर्यटक फंस गए और भारतीय सेना ने बचाव अभियान चलाया।
- जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल सेवाएं बाधित हुईं।
- अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं और राहत कार्य जारी है।
- भविष्य में बेहतर तैयारी की जरूरत है।