Jewish Protest: US में इस्राइली दूतावास के कर्मचारियों की हत्या पर बवाल, जानें व्हाइट हाउस ने क्यों कहा 'ट्रंप क्रोधित हैं'?

Jewish Protest: US में इस्राइली दूतावास के कर्मचारियों की हत्या पर बवाल, जानें व्हाइट हाउस ने क्यों कहा ‘ट्रंप क्रोधित हैं’?

Jewish Protest: अमेरिका (USA) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ दो इस्राइली (यहूदी) नागरिकों (Israeli Couple) की हत्या (Murder) कर दी गई है। इस दुखद घटना के बाद अमेरिका में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन (Protest in US) हो रहे हैं, और वहाँ रहने वाला यहूदी समुदाय (Jewish Community) इस पर तीखी प्रतिक्रिया (Strong Reaction) दे रहा है। यह वारदात ऐसे समय में हुई है जब इस्राइल (Israel) गाजा पट्टी (Gaza Strip) में हमास (Hamas) को निशाना बनाकर एक नया सैन्य अभियान (Military Campaign) चला रहा है।

अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. (Washington D.C.) में स्थित इस्राइली दूतावास (Israeli Embassy) के इन दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह भयानक हत्याकांड कैपिटल यहूदी संग्रहालय (Capital Jewish Museum) के पास अंजाम दिया गया, जो एफबीआई (FBI) के फील्ड ऑफिस से कुछ ही कदम की दूरी पर है। होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी (Homeland Security Secretary) क्रिस्टी नोएम (Kristi Noem) ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह वारदात बुधवार शाम को हुई। इस्राइली विदेश मंत्री (Israeli Foreign Minister) ने मारे गए इस्राइली कर्मियों की पहचान यारोन लिस्चिंस्की (Yaron Lischinsky) और सारा मिलग्रिम (Sarah Milgrim) के रूप में की है।

अमेरिका में रहने वाले यहूदियों में इस घटना के बाद खौफ (Fear) का माहौल है। वर्जीनिया (Virginia) की रहने वाली यहूदी डेबी ग्रीनबर्ग (Debbie Greenberg) ने बताया कि वे खबर सुनकर भयभीत और स्तब्ध (Shocked) रह गईं। उन्होंने कहा कि वे इस्राइल-फलस्तीन युद्ध (Israel Palestine War) पर करीब से नज़र रख रही हैं और अब यह उनकी सड़कों तक पहुँच गया है, जिस पर उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है। उनका मानना है कि 7 अक्तूबर (2023) के बाद से दुनिया बदल गई है।

एक गैर-सरकारी संगठन की सामाजिक कार्यकर्ता मारिया चार्नॉक (Maria Charnock) ने भी इस घटना पर दुख और गुस्सा जताया और इसे ‘यहूदी विरोधी’ (Anti-Semitic) घटना बताया।

व्हाइट हाउस (White House) का बयान:

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप (President Trump) इस हत्या से बेहद क्रोधित (Angry) हैं और उन्होंने दोषियों (Culprits) के खिलाफ सख्त कार्रवाई (Strict Action) करने का निर्देश दिया है। व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया है कि इस जघन्य अपराध (Heinous Crime) के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

सुरक्षा बढ़ाई गई:

अमेरिका में हुई इस वारदात के बाद, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने राष्ट्रीय राजधानी में स्थित इस्राइली दूतावास (Israeli Embassy Delhi) की सुरक्षा (Security) बढ़ा दी है। दूतावास के बाहर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी (Additional Security Personnel) तैनात किए गए हैं और आसपास के इलाके में गश्त (Patrolling) बढ़ा दी गई है। बैरिकेड लगाकर आने-जाने वालों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। यह कदम वैश्विक स्तर पर इस्राइली दूतावासों (Israeli Embassies Worldwide) की सुरक्षा बढ़ाने की प्रतिक्रिया का हिस्सा है।

पहलगाम हमले का ज़िक्र:

प्रदर्शन के दौरान, एक पाकिस्तानी अमेरिकी महिला हिना अख्तर (Hina Akhtar) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) का भी ज़िक्र किया और आतंकवाद (Terrorism) तथा हिंसा (Violence) की निंदा की। उन्होंने कहा कि जो कोई भी किसी निर्दोष व्यक्ति की हत्या करता है, वह किसी धर्म का सच्चा प्रतिनिधि नहीं हो सकता। यह घटना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन गई है और अमेरिका में यहूदी समुदाय की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रही है।