Uttar Pradesh News : गोरखपुर में रेल यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी! तीसरी रेल लाइन तैयार, जल्द मिलेगी जाम से मुक्ति, जानें कब से सामान्य होंगी ट्रेनें

Uttar Pradesh News : गोरखपुर में रेल यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी! तीसरी रेल लाइन तैयार, जल्द मिलेगी जाम से मुक्ति, जानें कब से सामान्य होंगी ट्रेनें

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के रेल नेटवर्क को एक नई रफ्तार मिलने वाली है! खासकर गोरखपुर और आसपास के यात्रियों का सफर अब और सुगम होने जा रहा है। सालों से चल रहा तीसरी रेल लाइन बिछाने का महत्वपूर्ण काम अब पूरा हो चुका है। गोरखपुर जंक्शन और कैंट स्टेशन के बीच यह नई लाइन न सिर्फ ट्रेनों की आवाजाही को तेज करेगी, बल्कि भविष्य में और अधिक ट्रेनें चलाने का रास्ता भी खोलेगी। हालांकि, इस बड़े बदलाव के लिए कुछ दिनों की परेशानी उठानी पड़ रही है, लेकिन सब्र का फल मीठा होने वाला है। आइए जानते हैं पूरी डिटेल।

क्या काम हुआ पूरा? (बड़ी उपलब्धि!)

  • तीसरी लाइन तैयार: गोरखपुर जंक्शन और गोरखपुर कैंट स्टेशन के बीच बहुप्रतीक्षित तीसरी रेल लाइन बिछाने और उसके विद्युतीकरण (Electrification) का काम सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।

  • क्यों है यह ज़रूरी? यह तीसरी लाइन ट्रैक पर ट्रेनों का बोझ कम करेगी, जिससे ट्रेनों को बेवजह रुकना नहीं पड़ेगा, उनकी स्पीड बढ़ेगी और समय की बचत होगी। इससे गोरखपुर कैंट स्टेशन एक सैटेलाइट स्टेशन की तरह और बेहतर काम कर पाएगा।

अभी क्या चल रहा है? (अंतिम चरण का काम)

  • सिग्नल सिस्टम अपग्रेड (नॉन-इंटरलॉकिंग): नई लाइन को मौजूदा सिस्टम से जोड़ने और सिग्नल प्रणाली को पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड (Electronic Interlocking) बनाने का काम चल रहा है, जिसे तकनीकी भाषा में ‘नॉन-इंटरलॉकिंग’ कहते हैं। यह काम गुरुवार और शुक्रवार को चला।

  • सुरक्षा की फाइनल जांच (CRS निरीक्षण): शनिवार (आज) को रेल संरक्षा आयुक्त (Commissioner of Railway Safety – CRS), जो रेलवे सुरक्षा के सबसे बड़े अधिकारी होते हैं, इस नई तीसरी लाइन और नए इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल सिस्टम का बारीकी से निरीक्षण करेंगे। वे सुनिश्चित करेंगे कि सब कुछ यात्रियों की सुरक्षा के मानकों पर खरा उतरता है या नहीं।

कब से सामान्य होंगी ट्रेनें? (इंतजार होगा खत्म!)

रेल संरक्षा आयुक्त (CRS) की हरी झंडी मिलते ही, उम्मीद है कि रविवार से ट्रेनों का संचालन पूरी तरह सामान्य हो जाएगा। उनकी मंजूरी के बाद ही नई तीसरी लाइन पर नियमित रूप से ट्रेनें दौड़ना शुरू करेंगी।

यात्रियों को हो रही परेशानी (थोड़ा सब्र और!)

इस बड़े अपग्रेडेशन कार्य के चलते पिछले कुछ दिनों से (खासकर 27 अप्रैल से नॉन-इंटरलॉकिंग शुरू होने के बाद) गोरखपुर जंक्शन से चलने या गुजरने वाली कई एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है या उनका रूट बदलना पड़ा है।

  • कई ट्रेनें रद्द: गोरखपुर जंक्शन के ज्यादातर प्लेटफॉर्म फिलहाल बंद हैं, सिर्फ प्लेटफॉर्म नंबर एक और तीन से कुछ रन-थ्रू (बिना रुके गुजरने वाली) ट्रेनें और बिहार संपर्क क्रांति जैसी ट्रेनें ही निकल पा रही हैं।

  • बढ़ी भीड़: रद्द ट्रेनों के कारण दूसरी ट्रेनों, खासकर दिल्ली और बिहार जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ हो रही है। यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

  • इंटरसिटी का बदला रूट: बनारस से 2 मई को चलने वाली 15104 बनारस-गोरखपुर एक्सप्रेस भटनी में ही समाप्त की गई और 15103 गोरखपुर-बनारस एक्सप्रेस भटनी से ही चलाई गई।

लखनऊ मंडल के डीआरएम गौरव अग्रवाल ने भी कार्यस्थल का निरीक्षण कर काम में तेजी लाने और यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं।

भविष्य में क्या होंगे फायदे?

  • तेज और सुगम रेल यात्रा।

  • गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा।

  • गोरखपुर कैंट से ज्यादा ट्रेनें चल सकेंगी।

  • कंप्यूटराइज्ड सिग्नल सिस्टम से सुरक्षा और दक्षता बढ़ेगी।

  • गोरखpur जंक्शन, कैंट, डोमिनगढ़ और नकहा जंगल के बीच सीधी कनेक्टिविटी।

गोरखपुर में तीसरी रेल लाइन का पूरा होना रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक बड़ी कामयाबी है। भले ही नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण यात्रियों को कुछ दिनों की परेशानी झेलनी पड़ रही है, लेकिन इसके दूरगामी फायदे मिलेंगे। रविवार से जब ट्रेनें सामान्य रूप से चलने लगेंगी, तो गोरखपुर वासियों को एक बेहतर और तेज रेल सफर का अनुभव मिलेगा।